अमरावती /दि.28– प्लास्टर ऑफ पैरिस से निर्मित होने वाले वस्तुओं व मुर्तियों से पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टी से हमेशा के लिए पाबंदी लगाने की मांग अन्नपूर्णा महिला शेतकरी गट सावंगा वरूड ने जिलाधिकारी को सौंपे निवेदन में की है.
मंगलवार को सौपे गए निवेदन के माध्यम से गट की महिलाओं ने कहा कि दिन ब दिन पर्यावरण की कमी के कारण मानव जीवन संकट में पडता जा रहा है. भविष्य में भी ऐसी भयावाह स्थिती बन सकती है. जिसके लिए पर्यावरण का संरक्षण करना बहुत ही जरुरी है. हर रोज के उपयोग के लिए व उत्सव निमित बनने वाले प्लास्टर ऑफ पैरिस की मुर्तियां यह पर्यावरण सहित मानव जीवन को संकट में डालने का कार्य कर रही है. इस लिए प्लास्टर ऑफ पैरिस की मुर्तियों पर पुरी तरह से पाबंदी लगाने की आवश्यकता है. वही निवेदन में कहा गया कि हमारी गट की महिलाओं व्दारा विद्यार्थियों सहित नागरिकों में जनजागृत कर पर्यावरण की रक्षा करने का प्रयास कर रही है. जिसके चलते गट की ओर से मिट्टी की मूर्ती बनाने का प्रत्याक्षिक भी विद्यार्थियों को बताया गया. वही विसर्जन के समय निकलने वाले निर्माल्य से 7 ड्रम कंपोज्ड खाद का निर्माण भी किया गया. वही 300 से अधिक गणपती मुर्तियों का विसर्जन सुनियोजित तरीके से गट की ओर से किया गया. गट हमेशा ही पर्यावरण रक्षण हेतु कार्य करता है. जिसके लिए निवेदन के माध्यम से पर्यावरण की रक्षा करने हेतु प्लास्टर ऑफ पैरिस की मूर्तियों पर बंदी लगाने की मांग की गयी. इस समय शिल्पा आंडे, भारती साबले, भारती तट्टे, अर्चना शहाणे, वंदना शहाणे, नलिनी निंबालकर, प्रमिला तट्टे, प्रगती मोंढे, कल्पना आंडे, भारती चोरोडे, निकिता कुरवाले, शकीला शेख आदि गट की महिला उपस्थित थी.