अमरावती/प्रतिनिधि दि.१८ – कोरोना संक्रमण जिले में इस माह की शुरुआत से ही तेजी से फैला है. विशेष रुप से ग्रामीण क्षेत्रों में हर रोज 80 प्रतिशत से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. इससे गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ते जा रही है. इनमें से 10 प्रतिशत से अधिक गंभीर मरीजों को प्लाज्मा थैरेपी दी जाती है. अमरावती जिले में अब तक करीब 896 मरीजों को प्लाज्मा थैरेपी से उपचार दिया गया है. इसके लिए अब तक करीब 458 डोनरों ने प्लाज्मा दान किया है. 13 यूनिट प्लाज्मा के अनुपयोगी होने की जानकारी है.
मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही जिले में प्लाज्मा थैरेपी की मांग भी बढ़ते जा रही है. लेकिन प्लाज्मा दाताओं क संख्या काफी सीमित होने से उचित मात्रा में प्लाज्मा संकलन नहीं हो पा रहा है. इससे अत्यंत आवश्यक स्थिति में मरीजों को प्लाज्मा की बढ़ती दिक्कतों को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला प्रशासन से सिफारिश की गई है कि फिलहाल जिले में संकलित किये जाने वाले प्लाज्मा को बाहर भेजने पर रोक लगाई जाए.
जानकारी के अनुसार गत 4 माह में करीब 487 यूनिट प्लाज्मा दूसरे शहरों में भेजा गया है. इनमें नागपुर,वर्धा,यवतमाल, अकोला, बैतुल, मुंबई का समावेश है.
जिले से बाहर प्लाज्मा भेजने पर रोक लगाने का विचार चल रहा है. अब तक कोरोना उपचार के लिए सटिक दवा न रहने से प्लाज्मा थेरेपी कारगर उपाय साबित हो रही है. अनेक जरुरतें पूरी न होने के बावजूद भी प्लाज्मा बाहर भेजे जा रहे हैं. इसलिए स्थानीय जरुरतों को पहले पूरी तरह से पूरा करने के लिए यह निर्णय लिया जा सकता है.