
* सोयाबीन खरीदी में अनियमितता
अमरावती /दि.9– सोयाबीन खरीदी में अनियमितता का आरोप लगाकर अमरावती तहसील सहकारी खरीदी-विक्री संघ पर पाबंदी लगाते हुए उसे स्थायी रुप से काली सूची में डाल दिया गया है. आगामी सीजन में यहां कोई भी शासकीय खरीदी नहीं की जा सकेगी. विदर्भ को-ऑपरेटीव मार्केटींग फेडरेशन ने यह एक्शन लिया है. कहा जा रहा है कि, इसका असर किसानों के व्यवहार पर हो सकता है.
उल्लेखनीय है कि, तहसील खविसं पर कांग्रेस की पूर्व विधायक यशोमति ठाकुर एवं शिवसेना नेता प्रीति बंड की सत्ता है. ठाकुर गुट के 6 और बंड गुट के 3 संचालक यहां है. हरीश मोरे सभापति और भैयालाल निर्मल उपसभापति है. यहां वित्त वर्ष 2024-25 में नाफेड की सोयाबीन खरीदी प्रक्रिया की गई. संपूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन रहने पर भी इस संस्था में ऑफलाइन प्रक्रिया दर्शायी गई. जिसमें अनियमितता का आरोप किया गया. प्रदेश के सहकारिता और पणन विभाग ने ऐसी संस्था को स्थायी रुप से ब्लैक लिस्टेड करने की शिफारिश की थी. उस आधार पर विदर्भ फेडरेशन ने कार्रवाई की है.
संस्था द्वारा 1289 किसानों की ऑनलाइन तुअर खरीदी हेतु पंजीयन किया गया है. उसमें से 1250 किसानों को खरीदी के लिए कॉल किये गये है. संस्था को तुअर खरीदी प्रक्रिया पूर्ण करने की छूट दी गई है. किंतु इसके पश्चात आगे सभी खरीदी के लिए प्रतिबंधित किया गया है. 2024-25 में इस संस्था के सबएजेंट के रुप में की गई नियुक्ति भी आदेश के आधार पर रद्द की गई है.