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विवाह समारोहों व रैलियों पर प्रतिबंध

क्रिसमस व न्यू ईयर ईव की पार्टियों पर भी लग सकता है अंकुश

नई दिल्ली दि.22- विगत कुछ दिनों से चीन में कोविड की संक्रमित महामारी का असर बडी तेजी से फैल रहा हैं. जहां पर बडी संख्या में लोगबाग कोविड संक्रमण की चपेट में आ रहे है और बडे पैमाने पर मौते भी हो रही हैं. ऐसे में विगत अनुभवों को देखते हुए इंडियल मेडिकल असोसिएशन ने केंद्र सरकार को अभी से ही आवश्यकत प्रतिबंधात्मक कदम उठाने की अनुशंसा करते हुए, अपनी ओर से एक गाइडलाइन जारी कर दी हैं. जिसमें विवाह समारोहों व रैली जैसे आयोजनों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई है. साथ ही क्रिसमस व नववर्ष की पूर्व संध्या पर आयोजित होने वाली भीडभाड भरी पार्टियों को टालने के लिए भी कहा गया हैं. इसके साथ ही अब सभी अंतर्राष्ट्रीय व घरेलू हवाई अड्डों पर आने-जाने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट को अनिवार्य किया गया.

* पीएम सहित सभी सांसद दिखे मास्क में
आज संसद के दोनों सदनों में सभी मंत्रियों ने व सांसदों को सदन में प्रवेश करने से पहले मास्क वितरण किया गया. जिसके चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित लोकसभा अध्यक्ष व राज्यसभा अध्यक्ष के साथ-साथ सभी मंत्री व दोनों सदनों के सदस्य सदन की कार्रवाई के दौरान पूरा समय मास्क पहने दिखाई दिए.

* पीएम मोदी की हाईलेवल मिटिंग शुरु
वहीं दूसरी ओर कोविड को खतरे को देखते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक हाईलेवल मिटिंग बुलाई. जिसके साथ ही पीएम मोदी की आज दिल्ली, यूपी, कर्नाटक, महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश की सरकारों के साथ ही कोविड के विषय पर आपात बैठक होने जा रही हैं.

* स्वास्थ्य मंत्री मांडवीया ने दिया संसद में बयान
इन सबके बीच केंद्रीय राज्य मंत्री मनसुखभाई मांडवीया ने संसद में कोविड संक्रमण को लेकर बयान देते हुए कहा कि, विगत तीन वर्षो के दौरान वायरस के लगातार बदलतेे स्वरुप व स्वभाव ने सेहत के लिए खतरा पैदा किया हैं और इससे दुनिया का हर देश प्रभावित हुआ हैं. लेकिन इस समय राहत वाली बात यह है कि, जहां जापान, दक्षिण कोरिया, यूएसए व फ्रांस में भी कोरोना के मामले बडे पैमाने पर सामने आ रहे है. वहीं भारत जैसे विशालकाय जनसंख्या वाले देश में इस समय रोजाना पाए जाने वाले मरीजों की संख्या 153 के आसपास हैं. ऐसे में यदि देश में अभी से ही कोविड त्रिसूत्री प्रोटोकाल का पालन किया जाता है, तो स्थिति को अनियंत्रित होने से बचाया जा सकता हैं. स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने यह भी कहा कि विगत दो वर्षो के दौरान देश में कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सिन के 220 करोड टीके लग चुके है और 90 फीसद आबादी को वैक्सिन के दोनों टीके लगाए जा चुके हैं. साथ ही 25 करोड से ज्यादा नागरिकों को बुस्टर डोज के टीके लग चुके हैं. ऐसे में अब कोविड की चौथी लहर के कोइ आसार नहीं है, लेकिन फिर भी सबकों सर्तक रहना होगा.

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