प्रतिनिधि/दि.४ कुरहा -श्रीक्षेत्र कौंडण्यपुर से बहनेवाली वर्धा नदी में पीओपी की गणेश मूर्तियों को विसर्जित करने की अनुमति नहीं देने की मांग अक्षय पुंडेकर ने की है. ग्रामस्थों की डिमांड पर अक्षय ने गुट ग्रामपंचायत के सचिव को इस संदर्भ में पत्र भी सौंपा है. जिसमें उन्होंने बताया कि रू्िनमणी का मायका, कुलस्वामिनी अंबिका माता का शक्तिपीठ व विदर्भ की पुरातन राजधानी कौंडण्यपुर का महिमा सर्वत्र हैं. मंदिर के पास से ही वर्धा नदी बहती हैं, जिसके कारण प्रतिवर्ष गणेशोत्सव में मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है. प्लास्टर ऑफ पैरिस की मूर्तियों का नदी पात्र में विघटन नहीं होता. बल्कि रासायनिक रंग व पीओपी के कारण जलप्रदूषण होता है. इसलिए पुंडेकर ने शतप्रतिशत पाबंदी लगाने की मांग प्रशासन से की है. इस मांग का ज्ञापन भी सचिव पी.पी. पाचघरे को सौंपा गया. विशेष बात यह है कि इसी संकल्पना की दखल लेते हुए ग्रामपंचायत सचिव ने तहसील कार्यालय से पत्रव्यवहार शुरू कर दिया है.