अमरावती/दि.17- कुछ समय पहले माहे रमजान दौरान केले की आवक कम होने से प्रति दर्जन 100 रुपए तक भाव उछले थे. अब पुनः केले की अमरावती में आमद कम होने से रेट 60 से 80 रुपए दर्जन हो गए हैं. 10 रुपए देने पर ठेेले वाला दो केले हाथ में थमाता है. त्यौहारों का सीजन आरंभ हो गया है. सावन मास भी चल रहा है. व्रत, उपवास का दौर रहने से निश्चित ही सदाबहार फलों की डिमांड बढ़ी है. उसमें केले के दाम सर्वसामान्य लोगों को प्रभावित करते हैं.
बाजार में पूछताछ करने पर बताया गया कि जलगांव और वसई से आने वाले केले के ट्रक कम हो गए हैं. दक्षिणी राज्यों से आ रहा माल में हरे अर्थात कच्चे केले अधिक है. जिनकी डिमांड वेफर्स बनाने में होती है. कुछ लोग इसकी सब्जी भी बनाते हैं. दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि खानदेश में केले के कई बगीचे खराब हो गए. जिससे विदर्भ में होने वाली आमद प्रभावित हुई है. अगले कुछ दिनों तक केले के दाम दोबारा 100 रुपए दर्जन हो जाए तो हैरानी नहींं करना, ऐसी बात एक केला व्यवसायी ने अमरावती मंडल से कही. उन्होेंने कबूल किया कि मध्यस्थों के कारण केले के बढ़े दाम का वास्तविक लाभ हालांकि किसानों तक नहीं पहुंच पाता. इतना जरुर है कि टमाटर की तरह आने वाले दिनों में केला महंगा होगा. आम आदमी का सदाबहार फल कुछ दिनों के लिए बड़े लोगों का फल कहलाएगा.