जलगांव/ दि. 17– प्रदेश में क्रियान्वित फसल बीमा योजना में जलगांव जिले में बडा घपला उजागर हो रहा है. खेत में प्रत्यक्ष रूप से केला फसल न रहने पर भी 21 हजार हेक्टेयर में केला फसल का बोगस बीमा निकाला गया. इससे फसल बीमा की रकम गडप करते हुए गिरोह ने केन्द्र और राज्य सरकार को 100 करोड रूपए की चपत लगाने का प्रकरण उजागर हो रहा है. मामला का पर्दाफाश होते ही कंपनी ने अब प्रत्यक्ष जांच के लिए हाथ पैर मारना शुरू किया है.
जानकारी के अनुसार 2022- 23 के आंबिया बहार में जलगांव में 77 हजार किसानों ने 81 हजार हेक्टेयर हेतु केला फसल का बीमा करवाया. पिछली बार की तुलना में डेढ गुना किसान बढ जाने से संशय निर्माण हुआ. भारतीय कृषि बीमा कंपनी ने गत अक्तूबर माह में रिमोड सेंसिंग डेटा और केडास्ट्रल मैप क उपयोग कर जांच की. पता चला कि 21413 हेक्टेयर पर केले की फसल लगाई ही नहीं गई.
बोगस बीमा निकालनेवाले किसानों ने 22 करोड रूपए प्रीमियम अदा किया. मगर बदले में केन्द्र सरकार से 37.47 और राज्य सरकार से 59.96 करोड रूपए प्रीमियम वसूल कर लिया. दोनों सरकारों की 97.43 करोड रूपए से चपत लगने का दावा किया जा रहा है.
धूले जिले में बोगस फसल बीमा का बडा मामला रहने की भी जानकारी सूत्रों ने दी. उन्होंने बताया कि 2621 हेक्टेयर में केला का बीमा निकाला गया. जबकि 1237 हेक्टेयर में फसल का बोगस बीमा रहने की जानकारी है. 7/12 पर केवल 1384 हेक्टेयर पर केला फसल दर्ज है.
जलगांव के कृषि अधीक्षक संभाजी ठाकुर ने केला फसल बीमा योजना में घपला होने की पुष्टि करते हुए बताया कि इस बारे में अधिक जानकारी एकत्र करने का काम संबंधित बीमा कंपनियां कर रही है.