अमरावतीमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

अमरावती शहर में केला उत्पादन यह खुशी व गर्व की बात

डॉ. आर. सेल्वराजन का कहना

* शिवाजी शिक्षा संस्था के राज्यस्तरीय राज्य स्तरीय केला परिषद में हजारों का सहभाग
* गणमान्यों ने उपक्रम को उनुठा आयोजन बताया
अमरावती/दि.25- महाराष्ट्र के जलगांव के बाद अमरावती शहर के श्री शिवाजी शिक्षण संस्था व्दारा केला उत्पादन वह भी कई तरह के केलों के प्रकार यह देख कर बहुत ही खुशी महसुस हो रही है. केला उत्पादन किसानों को बढावा देने का कार्य श्री शिवाजी शिक्षण संस्था व्दारा किया जा रहा है. यह भी बडे गर्व की बात है. इस तरह के वाक्य राष्ट्रीय केला संसोधन केंद्र त्रिची (केरल) के डॉ. आर सेल्वराजन ने कहे. वे स्थानीय मोर्शी रोड स्थित श्री शिवाजी शिक्षण संस्था व्दारा संचालित शिवाजी कृषी महाविद्यायल में श्री शिवाजी कृषी महाविद्यालय अमरावती व जैन इरिगेशन सिस्टिम लि. जलगांव व्दारा आयोजित कृषी रत्न डॉ. पंजाबराव देशमुख की 126 वीं जयंती अवसर पर राज्यस्तरीय केला परिषद में बोल रहे थे.
बुधवार की सुबह 11 बजे से आयोजित केला परिषद कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने की. प्रमुख वक्ता के रुप मेें डॉ. आर. सेल्वराजन (केरल) तथा प्रमुख अतिथि के रुप में विधायक एड. किरण सरनाईक, डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषी महाविद्यालय अकोला के प्राचार्य डॉ. शरद गडाख, केला उत्पादक व पूर्व सांसद पुणे अशोक मोहोड, संपादक प्रकाश पोहरे, जैन इरिगेशन सिस्टीम जलगांव के डॉ. के बी पाटील, विठ्ठल गंगा फार्मर्स प्रोड्युसर कंपनी निमगांव के डॉ. युवराज शिंदे, कृषी व जल तज्ञ पुणे के डॉ. सुधीर भोंगले,कृषी तज्ञ प्रशांत भोयर, संस्था के कोषाध्यक्ष दिलीपबाबु इंगोले, शिवाजी कृषी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. समीर लांडे, संस्था उपाध्यक्ष एड. गजाननराव पुंडकर, एड. भैयासाहब पाटील पुसदेकर, कार्यकारी सदस्य प्रा. सुभाष बनसोड, सचिव डॉ. वि.गो. ठाकरे, श्री शिवाजी जैवतंत्रज्ञान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एन.जे. चिखले, प्राचार्य सी.एम.देशमुख, प्राचार्य ए.एच.ढोबले, आर.एस.खाडे सहित अन्य मान्यवर मंचासीन थे.
कार्यक्रम का उद्घाटन कृषी रत्न, शिक्षणमहर्षी डॉ. पंजाबराव उपाख्य भाऊसाहेब देशमुख की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन कर किया गया. इस समय सभी अतिथियों का शाल,श्रीफल, स्मृति चिन्ह व पुष्प कुंडी देकर स्वागत किया गया. वही मान्यवरों का स्वागत स्वागत गीत तथा महर्षी गीत से कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ. कार्यक्रम का उद्घाटन भाषण डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषी महाविद्यालय अकोला के प्राचार्य डॉ. शरद गडाख ने किया तथा प्रास्तावना संस्था कोषाध्यक्ष दिलीपबाबू इंगोले ने की. इस अवसर पर पुरस्कार प्राप्त किसान भगवंत महासिंग इंगले वरणा, बुलढाणा, उमेश भोंडे अंजनगांव सुर्जी, विकास देशमुख पणज, अकोट अकोला, कुंदन वाघमारे पवनार वर्धा, श्रीकांत छत्रपति धोंडे इनायतपुर चांदुर बाजार का भी स्मृती चिन्ह, शाल, श्रीफल व पुष्पकुंडी देकर सत्कार किया गया. इस समय पूर्व सांसद अशोक मोहोड पुणे, देशोन्नती के संपादक प्रकाश पोहरे अकोला व विधानपरिषद सदस्य एड. किरण सरनाईक का भी यथोचित भाषण हुआ. आभार प्रदर्शन डॉ. समीर लांडे ने किया. कार्यक्रम में बडी संख्या में किसान, कृषी तज्ञ, केला उत्पादक तथा विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राएं प्रमुखता से उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए श्री शिवाजी कृषी महाविद्यालय के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने अथक प्रयास किए.

अपने पूर्वजोें के खेत बेचने से रोके विद्यार्थी
अपने भाषण के दौरान विधायक एड. किरण सरनाईक ने कहा कि मैं भी कई वर्षो से खेती का कार्य कर रहा हुं. मगर खेत में पानी की कमी होने से आज तक केले की खेती नहीं कर पाया. मगर श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के कृषी महाविद्यालय में जब केले की खेती देखी तो बहुत खुशी हुई. उन्होंने आगे कहा कि आगे भविष्य में हर किसी को नौकरी नहीं मिलने वाली है. नौकरी उसे ही मिलेगी, जिसका बुध्दीबल ज्यादा होगा. इसलिए कृषी विषय पर पढाई करने वाले विद्यार्थी अपने पूर्वजों के खेतों को बेचने से रोकने तथा उसी पर खेती कर कृषी और स्वंय रोजगार पर फोकस करने का आवाहन भी विधायक सरनाईक ने किया.

श्री शिवाजी शिक्षण संस्था कर रही केला उत्पादकों को प्रोत्साहित
केरल के त्रिची से आए राष्ट्रीय केला संसोधन केंद्र के डॉ. आर सेल्वराजन ने कहा कि हमारे केंद्र में 500 से अधिक प्रकार के केले पाए जाते है. हमने अभी हाल ही में एक नये केले की खोज की है. जो डायबीटिज के मरीज केला नहीं खा पाते है. वे उस केले को खा सकते है. वही सेल्वराजन ने आगे कहा कि देश में 10 लाख हेक्टेयर से अधिक जगह केले की खेती हेतु उपलब्ध है. किंतु वहां पर केले की खेती नहीं हो पा रही है. महाराष्ट्र का जलगांव केला उत्पादन के लिए एक बहुत ही खास जगह के रुप में जाना जाता है. मगर जलगांव के बाद अमरावती शहर के श्री शिवाजी शिक्षण संस्था व्दारा केला उत्पादन किया जाना यह वाकई में गर्व की बात है. यहां पर भी कई प्रकार के केलों की प्रजाति को देखकर हमे खुशी हुई. वही केला उत्पादन किसानों को बढावा देने का कार्य श्री शिवाजी शिक्षण संस्था व्दारा किया जा रहा है. यह भी बडे गर्व की बात है. सेल्वराजन ने आगे कहा कि केले की खेती को ज्यादा पानी मत दिजीए उसे कम पानी में भी किया जा सकता है. उन्होंने जैविक केला खेती उत्पादन को बढावा देने का आवाहन किया.

हर वर्ष अलग-अलग विषयों पर लेंगे परिषद
अपने अध्यक्षीय भाषण में श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने कहा कि हमारी संस्था व्दारा हमेशा ही भाऊसाहेब के बताए मार्गो पर चलते हुए किसानों को प्रोत्साहित करने का कार्य किया जाता रहा है. इस वर्ष हमने राज्य स्तरीय केला परिषद का आयोजन किया है. अगले वर्ष आम फल विषय पर हम परिषद लेकर तज्ञोंं का मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे. हर वर्ष किसी न किसी विषय पर संस्था व्दारा परिषद का आयोजन किया जाएगा. इसमें सभी का सहयोग रहने का आवाहन भी इस समय भैयासाहेब उर्फ हर्षवर्धन देशमुख ने किया.

Back to top button