बढती महंगाई के बावजूद बैण्डबाजा-बारात की धूम
कोविड प्रतिबंध हटते ही धूमधाम से हो रही शादियां
* भव्य-दिव्य पैमाने पर आयोजीत हो रहे विवाह समारोह
अमरावती/दि.27– विगत दो वर्षों के दौरान कोविड संक्रमण के खतरे और लॉकडाउन की वजह से कई विवाह समारोह स्थगित कर दिये गये थे. वहीं कई लोगों ने आयोजन को स्थगित करने की बजाय कम मेहमानों की उपस्थिति के बीच विवाह समारोह संपन्न करवाये. साथ ही कई लोग ऐसे भीी रहे, जो कोविड संक्रमण का असर कम होने व प्रतिबंधों के हटने की प्रतीक्षा कर रहे थे और अब कोविड संक्रमण का असर कम हो जाने और प्रतिबंधों के हट जाने के साथ ही इस बार धुमधडाके के साथ विवाह समारोह आयोजीत होने लगे है. यद्यपि पहले की तुलना में अब विवाह समारोहोें के आयोजन में लगनेवाली सेवा व साहित्य की दरों में 30 फीसद इजाफा हो गया है, लेकिन बावजूदद इसके ‘बैण्ड-बाजा, बारात’ की धुम में कमी नहीं दिखाई दे रही. बल्कि अब पहले की तरह एक बार फिर भव्य-दिव्य पैमाने पर विवाह समारोह आयोजीत होने लगे है.
उल्लेखनीय है कि, इस समय विवाह समारोह में भोजन की थाली से लेकर कपडे-लत्ते व आभूषणों तक के दामों में बडे पैमाने पर वृध्दि हो गई है. ऐसे में अब विवाह करना पहले की तुलना में कहीं अधिक खर्चिला हो गया है. चूंकि सभी तरह की सेवाओं व साहित्यों के दामों में 10 से 30 प्रतिशत तक वृध्दि हो चुकी है. अत: खरीददारी करने पर थोडा बहुत अंकुश जरूर लगा है. किंतु प्रतिष्ठा को देखते हुए शानो-शौकत दिखानेवाली बातों पर खर्च में कोई कटौती नहीं की जा रही. हालांकि आम मध्यमवर्गीय परिवारों द्वारा इसमें भी कई समझौते किये जाते है और खर्च में थोडी बहुत कटौती की जाती है. जिसके लिए बडे व प्रशस्त हॉल की बजाय छोटे हॉल, सामाजिक सभागृह अथवा समाज मंदिर जैसे स्थानों पर विवाह समारोह आयोजीत करने पर जोर दिया जाता है. लेकिन समाज के समक्ष अपनी प्रतिष्ठा का भी पूरा ध्यान रखा जाता है.
* भोजन की थाली हुई 20 फीसद महंगी
इस वर्ष अनाज व किराणा की दरें बढ जाने की वजह से कैटरिंग के दामों में करीब 20 फीसद वृध्दि हुई है. इस समय विवाह समारोहों में प्रति प्लेट भोजन के लिए आमतौर पर 250 रूपये से 800-900 रूपये का शुल्क लिया जा रहा है. वहीं उंचे व संभ्रांत परिवारों द्वारा महंगे होटलों व प्रशस्त लॉन में आयोजीत किये जानेवाले विवाह समारोहों में प्रति प्लेट भोजन के दाम 1 हजार रूपये से भी अधिक होते है.