अमरावती/दि.16 – खरीफ मौसम में किसानों को करीबन 82 प्रतिशत फसल कर्ज वितरित किया गया. गत 6 वर्षों में खरीफ कर्ज वितरण 30 से 35 प्रतिशत से अधिक नहीं था. लेकिन सन 2020-21 में कर्ज वितरण 62 तो वर्ष 2021-22 में 82 प्रतिशत पर पहुंचा है. इस वर्ष 1 लाख 64 हजार किसानों को कर्ज देने का उद्दीष्ट बैंकों को दिया गया था. गत वर्ष कर्ज माफी व खेत माल को मिले चढ़ते बाजार भाव के कारण बैंकों ने वापस मिलेंगे, इस उम्मीद से बैंकों ने कई किसानों को कर्ज दिया.
राष्ट्रीयकृत बैंकों ने 78 तो निजी क्षेत्र की बैंकों ने 33 प्रतिशत कर्ज दिया है. राष्ट्रीय बैंकों को 718 करोड़ रुपए का लक्षांक था. उनके 89 हजार 700 खातेदार हैं. उनमें से 51 हजार 841 खातेदारों को राष्ट्रीय बैंकों ने 560 करोड़ 21 लाख रुपए का कर्ज वितरित किया है. राष्ट्रीयकृत बैंकों की कर्ज वितरण पद्धति नियमों के कारण हर वर्ष किसानों को मनःस्ताप सहन करना पड़ता है. निजी क्षेत्र की बैंक प्रति वर्ष ही खड़ीप मौसम के कर्ज वितरण में पीछे रहती हैं. वह क्रम उन्होंने इस वर्ष कायम रखा है. 6 हजार 260 खातेदार किसानों में से इन बैंकों ने 1031 खातेदारों को कर्ज वितरित किया है. 63 करोड़ 10 लाख रुपए लक्षांक रहते निजी बैंकों ने 20 करोड़ 56 लाख रुपए का कर्ज वितरित किया है. ग्रामीण बैंकों ने 1021 खातेदरों को 12 करोड़ 22 लाख रुपए कर्ज दिया है. गत वर्ष कर्ज माफी किए जाने से अधिकांश किसान नये कर्ज के लिये पात्र ठहराये गए हैं.
जिला बैंक अग्रसर
किसानों को कर्ज वितरित करने में राष्ट्रीयकृत व निजी बैंकों की अपेक्षा जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक हमेशा ही अग्रसर रहती है. जिला बैंक ने इस बार 67 हजार खातेदारों में से सर्वाधिक 49 हजार 82 खातेदारों को 395 करोड़ 74 लाख रुपए कर्ज वितरित किया है. गत वर्ष भी इस बैंक ने 344 करोड़ रुपए का कर्ज वितरित किया था. इस बैंक को इस मौसम में 405 करोड़ रुपए का लक्ष्यांक था. बैंक क चुनाव व किसानों को मिली कर्ज माफी के कारण बैंक ने सर्वाधिक लक्ष्य प्राप्त किया.