अमरावती

सर्वसामान्यों की पहुंच से बाहर बासमती चावल

अमरावती /दि.13– यूं तो चावल की विभिन्न किस्मे बाजार में विक्री हेतु उपलब्ध होती है. जिसमें से अन्य सभी किस्मों की तुलना में बासमती चावल सबसे महंगा होता है. हालांकि इसके बावजूद भी लोगबाग बासमती चावल खरीदने को प्राधान्य देते है. परंतु इस बार बासमती चावल की कीमतों में काफी अधिक वृद्धि हुई है. जिसके चलते बासमती चावल सर्वसामान्यों की पहुंच से बाहर चला गया है और केवल आर्थिक रुप से संपन्न लोग भी बासमती चावल खरीदने की हिम्मत जुटा पा रहे है.

* बासमती के दाम 12 फीसद से बढे
बाजार में गत वर्ष चावल के दाम काफी हद तक नियंत्रण में थे और उंची किस्म का चावल 80 रुपए किलो की दर पर था. परंतु इस बार बासमती चावल के दामों में करीब 12 फीसद की वृद्धि हुई है और बासमती चावल के दाम 90 रुपए प्रतिकिलो से भी अधिक है.

* किस बासमती के कितने दाम?
– 1121 बासमती
1121 बासमती चावल यह प्रीमियम सुगंधी चावल है, जो इस समय 95 से 100 रुपए प्रतिकिलो की दर पर बिक रहा है. आम तौर पर इस बासमती चावल की मांग सबसे अधिक होती है.
– 1509 बासमती
इस किस्म के बासमती चावल की भी अच्छी मांग होती है. यह अल्प अवधि वाली फसल है. रोगराई व खर्च कम तथा उत्पादन अधिक रहने वाला यह चावल सबसे महंगा होता है. इस बासमती चावल की पैदावार पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश में होती है.
– 1401 बासमती
यह एक उंची किस्म का चावल होता है. जिसका सर्वाधिक विक्री होने वाले चावल में समावेश है. इस बासमती चावल के दाम 130 से 150 रुपए प्रतिकिलो के आसपास है.
– बासमती दावत
यह विशुद्ध तौर पर भारत की स्वदेशी फसल है और भारतीय पाककृति में काफी लोकप्रीय भी है. इस चावल को अपनी विशिष्ट सुगंध व स्वाद के लिए पहचाना जाता है. साथ ही इस बासमती चावल की अलग-अलग ब्रांड के नामों के तहत अलग-अलग दामों पर विक्री होती है. इसमें सर्वाधिक चलन में रहने वाले दावत नामक ब्रांड के बासमती चावल की 160 से 180 रुपए प्रतिकिलो के दाम पर विक्री हो रही है.

* क्या है दाम बढने की वजह?
अगस्त माह में भारत में निर्यातक्षम बासमती चावल की न्यूनतम निर्यात दर 1250 डॉलर प्रतिटन तक बढा दी थी. वहीं अब निर्यात होने वाले बासमती चावल की निर्यात दर प्रति क्विंटल 950 डॉलर कर दी गई है. ऐसे मेें निर्यात दर में कटौति किए जाने के चलते बासमती चावल की निर्यात को प्रोत्साहन मिला है और निर्यात बढ जाने की वजह से देशांतर्गत बाजार में बासमती चावल के दाम बढ गए है.

* विगत कुछ दिनों से सभी तरह के चावल के दामों में अच्छी खासी वृद्धि हुई है और फिलहाल चावल के दामों में कमी होने की कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही. साथ ही विदेशी में होने वाले बासमती चावल के निर्यात में भी बढोत्तरी हो गई है. देश से करीब 80 फीसद बासमती चावल का निर्यात होने के चलते देशांतर्गत बाजार में बासमती चावल के दाम बढ गए है.
– गोविंद सोमाने,
अध्यक्ष, होलसेल ग्रेन शुगर मर्चंड एसोसिएशन

Related Articles

Back to top button