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शिंदे गुट वाली शिवसेना में छिडी वर्चस्व की लडाई

जिला प्रमुख गोपाल अरबट पर हुई गोलीबारी!

* अरबट ने अपनी ही पार्टी के तीन पदाधिकारियों पर लगाये सनसनीखेज आरोप
* तीनों पदाधिकारियों के साथ लंबे समय से विवाद जारी रहने की बात कही
* दर्यापुर मार्ग पर अज्ञातों द्वारा फायरिंग किये जाने की पुलिस को दी जानकारी
अमरावती/दि.1 – सीएम शिंदे के नेतृत्ववाली शिवसेना के जिला प्रमुख रहने वाले दर्यापुर निवासी गोपाल श्रीधरराव अरबट (43) ने बीती रात अपनी ही पार्टी के तीन प्रमुख पदाधिकारियों के उकसावे पर 3 से 4 अज्ञात युवकों द्वारा खुद पर गोलीबारी किये जाने की शिकायत वलगांव पुलिस थाने में दर्ज कराई. गोपाल अरबट के मुताबिक बीती रात वे अमरावती से दर्यापुर की ओर जा रहे थे, तभी स्कार्पियो में सवार होकर आये 3 से 4 अज्ञात युवकों ने उनकी कार को ओवरटेक किया और थोडा आगे जाकर कार को रुकने का इशारा करते हुए पिस्तौल जैसे हथियार से उनकी कार की ओर निशाना साधकर फायर किया. पिस्तौल से निकली गोली उनकी कार की बाये हिस्से की कांच पर आकर लगी. जिससे कांच टूटकर गिर गया. गोपाल अरबट के मुताबिक विगत लंबे समय से शिंदे गुट वाली शिवसेना में ही उनके समकक्ष रहने वाले तीन पदाधिकारियों के साथ उनका कुछ विवाद चल रहा है और इसी विवाद के चलते इन तीनों लोगों के उकसावे पर 3 से 4 अज्ञात लोगों ने उन्हें जान से मार देने के इरादे से उन पर फायर किया. इस शिकायत के आधार पर वलगांव पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास तथा आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत अपराध दर्ज करते हुए जांच शुरु कर दी है.
इस संदर्भ में शिंदे गुट वाली शिवसेना के जिला प्रमुख गोपाल पाटिल अरबट ने बताया कि, करीब दो से ढाई माह पहले पार्टी के एक पदाधिकारी के बेटे का उनके दर्यापुर निवासी मित्र राहुल भुंबर के साथ वॉट्सएप ग्रुप पर विवाद हुआ था. जिसके बाद उस पार्टी पदाधिकारी के बेटे व उसके कार्यकर्ताओं ने राहुल भुंबर को मोबाइल पर फोन करते हुए जान से मार देने की धमकी दी थी. जिसके बारे में जानकारी मिलने पर गोपाल अरबट ने उक्त पदाधिकारी को फोन कर मामला आपस में निपटा लेने की बात कही. जिसके बाद 21 जुलाई को उक्त पदाधिकारीे ने दर्यापुर पहुंचकर उन्हें फोन किया और मिलने के लिए बुलाया. चूंकि उस समय गोपाल अरबट अपनी पत्नी के साथ अमरावती से दर्यापुर की ओर ही आ रहे थे. जिसकी जानकारी उन्होंने उक्त पदाधिकारी को दी, तो दर्यापुर स्थित प्रसाद मंगल कार्यालय के पास उक्त पदाधिकारी ने अपने फार्च्यूनर वाहन सहित अन्य वाहनों में सवार 20 से 25 लोगों के साथ आकर गोपाल अरबट के वाहन को रुकवाया. इस समय उक्त पदाधिकारीे के साथ उसका बेटा व एक समर्थक भी मौजूद था. जिनसे बातचीत करने के लिए गोपाल अरबट जैसे ही अपने वाहन से नीचे उतरे, तो उस समर्थक कार्यकर्ता ने उनकी कॉलर पकड ली तथा उक्त पदाधिकारीे के साथ मौजूद कुछ युवकों ने गोपाल अरबट के साथ मारपीट करनी शुुरु कर दी. इस समय गोपाल अरबट की पत्नी जब अपने पति को बचाने हेतु वाहन से नीचे उतरी, तो उनके साथ भ धक्का मुक्की की गई. इसी दौरान उन लोगों के कब्जे से छूटकर गोपाल अरबट ने जमीन पर पडे पत्थर को उठा लिया. साथ ही इस समय तक आसपास के कुछ लोग भी जमा हो गये थे. यह देखकर उक्त पदाधिकारी और उनके साथिदार मौके से भाग निकले. जिसके बाद गोपाल अरबट ने दर्यापुर थाने में इस घटना को लेकर शिकायत भी दर्ज कराई.
वहीं इसके बाद गत रोज 30 सितंबर को शिंदे गुट वाली शिवसेना से वास्ता रखने वाली महिला आयोग की सदस्या कल्पना चव्हाण का अमरावती में दौरा रहने के चलते उनकी दर्यापुर में सभा आयोजित करने हेतु गोपाल अरबट दोपहर करीब 4.30 बजे अपनी इनोवा कार क्रमांक एमएच-27/डीई-0022 में अकेले ही सवार होकर दर्यापुर से अमरावती आये और जब वे गाडगे नगर पुलिस थाने से होते हुए चौधरी चौक की ओर आगे बढे, तभी दो मोटर साइकिल पर सवार 4 अज्ञात युवकों ने उनकी चलती कार की चाबी निकालने का प्रयास किया. साथ ही उनकी कार के सामने अपनी मोटर साइकिल अडाते हुए उन्हें रुकवाया. इस समय एक युवक ने अपनी जेब से पिस्तौल निकालकर ‘आज तो राहुल भुंबर को टपकाना ही है’ ऐसा कहा. साथ ही इसी दौरान एक युवक ने अपने मोबाइल से किसी को फोन लगाकर अपने ‘भाउ’ से बात करने के लिए कहा. इस समय गोपाल अरबट से मोबाइल पर बात कर रहे व्यक्ति को गोपाल अरबट ने जैसे ही अपना परिचय दिया, तो दूसरी ओर से बात कर रहे व्यक्ति ने उन युवकों को कहा कि, ‘हमें गोपाल अरबट को नहीं, बल्कि राहुल भुंबर को मारना है और चूंकि इस समय कार में राहुल भुंबर नहीं है, तो तुम लोग वापिस आ जाओ.’ यह सुनते ही पिस्तौल दिखा रहे युवक ने अपनी पिस्तौल को अपनी जेब में वापिस रख लिया और वे जाने लगे. इस समय गोपाल अरबट ने जब उन युवकों से यह पूछा कि, आखिर यह सब क्या है और माजरा क्या है, तो उन युवकों ने गोपाल अरबट को 2-4 घुसे लगाते हुए उनके साथ गालीगलौज की और वहां से निकल गये. जिसके बाद गोपाल अरबट ने डायल 112 पर फोन करने का प्रयास किया और कॉल न लगने पर सीधे सिटी कोतवाली पुलिस थाने पहुंचे, जहां से उन्होंने अपनी पार्टी के शहर प्रमुख निशांत हरणे व महानगर प्रमुख संतोष बद्रे को फोन करते हुए अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी. जिसके तुरंत बाद हरणे व बद्रे भी कोतवाली पहुंचे. जहां पर दोनों ने उन्हें समझाया कि, फोन पर जिस व्यक्ति से बात हुई है, वह अपनी ही पार्टी का कार्यकर्ता है. जिसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर पार्टी की बदनामी होगी. ऐसे में वे बिना शिकायत किये पुलिस थाने से निकले और बद्रे व हरणे के साथ आरटीओ कार्यालय के पास कैटिंग पहुंच. जहां से संतोष बद्रे ने उस व्यक्ति के गाडगे नगर परिसर में रहने वाले एक कार्यकर्ता को फोन करते हुए इस घटना के बारे में पूछा, तो उस कार्यकर्ता ने बताया कि, गोपाल अरबट के साथ उसके ही लडकों ने झगडा किया था. साथ ही खिराले ने यह भी कहा कि, तुम गोपाल अरबट को समझा बुझाकर यह मामला खत्म करा दो. इसके बाद गोपाल अरबट रात 11 बजे के आसपास अमरावती से दर्यापुर जाने हेतु अपनी इनोवा कार से निकले, लेकिन वे जैसे ही चांगापुर फाटे के पास पहुंचे, तो उनकी कार का पीछा करते हुए एक काले रंग की स्कार्पियो बडी तेजी से आयी जिसके 3 से 4 लोग बैठे हुए थे. जिन्होंने चांगापुर फाटे के पास उनकी इनोवा कार के बराबर में अपना वाहन लाते हुए उनके साथ गालीगलौज की और फिर उनके वाहन को ओवरटेक करते हुए आगे निकल गये. इस समय उन्हें लगा कि, शायद स्कार्पियो में बैठे लोग शराब पिये हुए होंगे. ऐसे में उन्होंने अपने वाहन की रफ्तार कम कर दी और वे धीमी गति के साथ दर्यापुर की ओर बढने लगे. लेकिन वलगांव से आगे दर्यापुर फाटे से कुछ ही दूरी पर उन्हें वही स्कार्पियों कार सडक किनारे खडी दिखाई दी. जिसके बगल में 3 से 4 लोग खडे थे. जिन्होंने उनकी कार को हाथ दिखाकर उठने हेतु कहा, तो उन्होंने भी अपनी कार की रफ्तार को कम कर दिया. लेकिन इसी समय उन्हें उन लोगों में से एक व्यक्ति के हाथ में पिस्तौल दिखाई दी और अचानक ही फटाखा फूटने जैसी आवाज भी सुनाई दी. इसी समय उनकी कार के बाये हिस्से का कांच फूटकर कार की अगली सीट पर गिर गया. जिससे घबराकर अपनी इनोवा कार की रफ्तार को बढा दिया गया और वें तेज गति से दर्यापुर की ओर बढ गये. साथ ही उन्होंने डायल 112 पर कॉल करते हुए पूरा मामला बताकर मदद भी मांगी. लेकिन दर्यापुर की ओर आगे बढते समय भी दो फोनवीलर वाहन के जरिए उनकी कार का पीछा किया जा रहा था. यह देखते ही उन्होंने अपनी कार को दर्यापुर-आशेगांव टि-प्वॉईंट से खल्लार व शिंगणापुर की ओर मोड दिया. यहां से दर्यापुर पुलिस स्टेशन व ग्रामीण अपराध शाखा के वाहन व पुलिस कर्मी खडे दिखाई दिये. जिनसे मिलकर गोपाल अरबट ने अपने घटित पूरा वाकया बताया, तो कुछ पुलिस कर्मियों ने उन्हें अपने साथ लेकर घटनास्थल का मुआयना किया और फिर शिकायत दर्ज कराने हेतु उन्हें वलगांव पुलिस थाना भी लेकर पहुंचे. जहां पर गोपाल अरबट ने शिकायत दर्ज करते हुए बताया कि, उनके मित्र राहुल भुंबर तथा शिंदे गुट के एक प्रमुख पदाधिकारी के बेटे के बीच हुए विवाद और पार्टी में वर्चस्व की लडाई की वजह से उस प्रमुख पदाधिकारी के कहने पर उसके समर्थक रहने वाले दो पदाधिकारियों ने अपनी गैंग के कुछ युवकों को भेजकर उन्हें जान से मारने के इरादे से उन पर फायरिंग करवायी. इस शिकायत के आधार पर वलगांव पुलिस ने 3 से 4 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास व आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत अपराधिक मामला दर्ज करते हुए जांच शुुरु कर दी है.

* इस पूरे मामले से मेरा कोई संबंध नहीं
– शिंदे गुट के जिला प्रमुख अरुण पडोले का स्पष्टीकरण
वहीं इस बीच शिंदे गुट वाली शिवसेना के जिला प्रमुख गोपाल अरबट के वाहन पर हुई गोलीबारी की घटना के मामले में अपना नाम सामने आने पर शिंदे गुट वाली शिवसेना के जिला प्रमुख अरुण पडोले ने सोशल मीडिया के जरिए स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि, उनका व उनके किसी भी समर्थक का इस पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं है. अरुण पडोले के मुताबिक वे बीती रात ही 10.40 बजे की ट्रेन के जरिए मुंबई हेतु रवाना हुए थे तथा आज सुबह 8 बजे मुंबई पहुंचे है. साथ ही उन्हें मुंबई पहुंचने के बाद बीती रात हुई घटना के बारे में कुछ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिए जानकारी मिली. साथ ही उन्हें बेहद आश्चर्य हुआ, जब उन्होंने इस मामले में अपना नाम भी शामिल देखा, जबकि हकीकत यह है कि, इस पूरी घटना से उनका या उनके किसी समर्थक का कोई लेना-देना नहीं है. ऐसे में पुलिस ने इस मामले की सघन जांच करनी चाहिए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.

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