अमरावती

बटूकों का कराया विधिवत जनेऊ संस्कार

स्वामी नारायण भजन महाराज ने दिया आशीर्वाद

* हरभजन साहिब मेला महोत्सव, समाधा आश्रम का आयोजन
अमरावती/दि.13- पूज्य समाधार परिवार, अमरावती की ओर से सतगुरु साहिब हरभजन स्वामीजी के वार्षिक उत्सव और सद्गुरु स्वामी नारायण भजन साहिब जी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में उनके आशीर्वाद से दरोगा प्लॉट स्थित समाधा आश्रम में 4 फरवरी को 18 बालकों (बटुकों) का जनेऊ संस्कार किया गया.
सत्गुरु स्वामी हरभजन साहिब जी के मेला महोत्सव के अवसर पर विगत 3 फरवरी से 6 फरवरी के बीच स्वामी नारायण भजन साहिब अमरावती में थे. जन्मोत्सव और माघ मेला में शरीक होने और स्वामी नारायण भजन जी का आशीर्वाद पाने हेतु इंदौर, नागपुर, जलगांव, ऋषिकेश, कानपुर, अहमदाबाद, पुणे, भोपाल जैसे भारत के अन्य प्रमुख शहरों में फैला समाधा परिवार अमरावती में इकट्ठा हुआ. समाधा आश्रम के वासुदेव बुधलानी, नानकराम मूलचंदानी और संतोष कुकरेजा व उनकी टीम ने बाहर शहरों से आए सभी 800-900 भक्तों की ठहरने की व्यवस्था साईप्रस्थ मंगल कार्यालय, देशना नगर स्थित एसएसडी धाम और गुुरुभाईयों के घर पर की थी. सभी भक्तों के लिए 4 दिनों तक अखंड महाप्रसाद की व्यवस्था की थी. इसी शुभ अवसर का फायदा उठाते हुए पंडित महेश शर्मा और पंडित दीपक शर्मा के सहयोग से 18 बालकों का जनेऊ संस्कार किया गया.
उन्हें आश्रम की ओर से उपहार स्वरुप में चप्पल और वस्त्र दिए गए. संस्कार के पश्चात संत श्री ने उन्हें शाल पहनाकर आशीर्वाद दिया. उसके आद ध्वजारोहण कार्यक्रम हुआ.
जनेऊ संस्कार व भजन संध्या में वासुदेव बुधलानी, नानकराम मूलचंदानी, संतोष कुकरेजा, सन्नी केवलरमानी, हीरालाल झांबानी, पंजूराम विरानी, अनिल खेमानी, राजकुमार हरवानी, वीरु खेमानी, दर्शनलाल कुकरेजा, दीपक वसंदानी, संजय कुलवानी, साहिल सोभवानी, रेखांश गेही, संतोष चिमनानी, कतिश पंजवानी, जयपालदास नानवानी, कन्हैयालाल मंधान, बिरबलदास मंधान, डिंपी वासवानी, कतिश मूलचंदानी, राजवानी, राजा, किंगरानी, रमेशलाल किंगरानी, पहलाजराय नवलानी, रमेश खत्री, मोहनलाल मानवानी, अनिल तरडेजा, सुनील भुतडा, राजू बोदानी, महेश मूलचंदानी, बंटी बुधलानी, संतोष कुकरेजा, नितिन मूलचंदानी, मयूर बुधलानी, हन्नी सावलानी, रोहित सोजरानी, अविनाश बत्रा, इंदरलाल सावलानी, सुंदर मोटवानी, जीतू आसनानी, सुरेश मुलानी, गौतम बोदानी, कपिल मूलचंदानी, अविनाश बत्रा, विरल केसवानी, शंकरलाल बत्रा, तुलसी सेतिया, बलदेव बजाज, मनोहर झांबानी, विशाल राजानी, यश नवलानी, रवि दिलवानी, अजीत कुकरेजा, मनोज शादी, श्याम सचदेव, कपिल नानवानी, मयूर बुधलानी, राजेश बत्रा, कोटूराम रायचंदानी, सत्यवान चांदवानी, राजकुमार बत्रा, हरेश डेम्बला, चंदन मखवानी, मनोज शादी, सागर किंगरानी, दिलीप मूलचंदानी, मोहन सचदेव, शंकर सेवानी, मुकेश टिलवानी, गोल्डी खेमानी, कपिल मशानी, रवि मेहता, नोतनदास किंगरानी, विजय नेचवानी, अक्षय मूलचंदानी, अनिल गिरडा, रोशन हबलानी, तोताराम खत्री, शशि ठाकुर, मनोहर ठाकुर, पंकज सेवानी, सोनू नवलानी, केशव सावलानी समेत सैकडों भक्त उपस्थित रहे.

* देखा ने ऐसा दुआरा समाधा दर जन्नत है…
जनेऊ संस्कार कार्यक्रम के बाद बाबा नारायणभजन जी के भजनों का कार्यक्रम भी था. भजन संध्या में धरमदास एंड कंपनी और दिल्ली के भज गायिका विक्की सूफी स्वामी नारायणभजन के भक्तिगीतों से समाधा आश्रम परिसर को भक्तिमय बना दिया. उन्होंने शेर समाधने वाला मेरा यार है, जाणियां पाईंदो जुबान समाधा दर ते पाये धागो धर्म जो शरीर ते, भलो भानु भायां तोखे जाणियां पायां, तेरी मेहर का क्या है भरोसा कब किस पर यह हो जाए, मेरा साईं रंग रंगीला मैं तो नाचूंगा, मुझे मिला अनोखा प्यार समाधा की गलियों में, दिलबर से दिल लगा के देखे तेरे साथ चलदेगा, बाबा नारायणभजन की जान बाबा शिवभजन भगवान, कहीं देखा ना ऐसा दुआरा समाधा दर जन्नत है, मेरी जिंदगी नाम तेरे आए जीवन काम तेरे प्रभू आपकी दया से सब काम हो रहा है, जैसे अनेक भजनों से शाम गुलजार कर दी. इस समय राम भाई ने भी भजन सुनाए, किशोर थावानी ने ढोलक पर साथ दिया. साउंड सिस्टम व्यवस्था अन्सारी साउंड की ओर से रही.

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