अमरावती

सावधान : कोचिंग क्लासेस में पढने वाले छात्रों की सुरक्षा खतरे में

शहर में एक भी कोचिंग क्लासेस में सुरक्षा व्यवस्था नहीं

* फायर ऑडिट, अग्नी सुरक्षा का है अभाव
अमरावती/ दि.9 – अमरावती शहर में कोचिंग क्लासेस में पढने वाले छात्रों की सुरक्षा पर सवाल उपस्थित हुए है. वर्तमान में मौसम का पारा 41 डिग्री से पार हो गया है. जिससे आगजनी की संभावना बढ गई है. ऐसे में शहर के कोचिंग क्लासेस में पढने वाले हजारों छात्रों के जान की सुरक्षा में किसी भी प्रकार के इंतेजामात नहीं रहने से यदि कोई अनुचित घटना घटती है तो उसके लिए कौन जिम्मेदार रहेगा यह सवाल उपस्थित हुआ है.
शहर में 987 से अधिक छोटे-बडे कोचिंग क्लासेस शुरु है. इनमें 150 से अधिक नामांकित कोचिंग क्लासेस ऐसे है जो बडे-बडे कॉम्पलेक्स में चलाए जा रहे है यहां पर एक-एक क्लास में 300 से 400 बच्चे पढते है. लेकिन इन नांमाकित 150 से अधिक कोचिंग क्लासेस संचालकों में से एक ने भी नियमानुसार फायर ऑडिट या अग्निसुरक्षा के प्रबंध करना उचित नहीं समझा. मनपा के बाजार परवाना अधीक्षक चव्हाण ने बताया कि, उनके पास शहर में से एक भी कोचिंग क्लासेस ने परवाना नहीं लिया है, ना ही किसी प्रकार के अग्नि सुरक्षा के इंतेजाम कोचिंग क्लासेस में है. जिससे इन कोचिंग क्लासेस में यदि आग लगती है तो उस आग पर काबू पाने के लिए लगने वाले उपकरणों का अभाव है, आग बुझाने के लिए लगने वाले साहित्य नहीं है, आगजनी के वक्त छात्रों को तुरंत बाहर निकालने के लिए इमरजंसी गेट, एक्झिट सुविधा भी नहीं है. जिससे इन कोचिंग क्लासेस मेें किसी भी प्रकार की अनहोनी घटने का डर है.

* क्या कहता है नियम
महानगरपालिका के बाजार व परवाना विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार किसी भी प्रकार के कोचिंग क्लासेस या कम्प्युटर प्रशिक्षण वर्ग चलाने के लिए मनपा से अनुमति प्राप्त करना अनिवार्य है. सहायक संचालक नगर रचना विभाग का अनापत्ती प्रमाणपत्र, शिक्षा विभाग की एनओसी, शैक्षणिक प्रमाणपत्र, छात्रों के लिए प्रशस्त बैठक व्यवस्था, स्वच्छ पीने का पानी, स्वच्छतागृह, पार्किंग व्यवस्था के साथ अग्नि सुरक्षा के इंतेजाम रहना अनिवार्य है. लेकिन अधिकांश कोचिंग क्लास संचालकों ने बडे-बडे काम्पलेक्स में कोचिंग सेंटर शुरु कर वहां पर अधिक से अधिक बच्चों को प्रवेश देने की होड लगाई है. जिससे छात्रों की सुरक्षा के नियमों पर किसी का भी ध्यान ही नहीं है. मनपा प्रशासन भी इस मामले में कमजोर प्रतीत हुआ है.

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