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मोबाईल खोजने में पेश आती है कई तरह की दिक्कतें
अमरावती/प्रतिनिधि दि.८ – इन दिनों बाजारपेठों में भीडभाडवाले स्थानों पर नागरिकों की जेब से मोबाईल गायब होने का प्रमाण काफी अधिक बढ गया है और पुलिस थानों में मोबाईल खो जाने से संबंधित रोजाना दर्जनों शिकायतेें प्राप्त हो रही है. इसमें से पुलिस द्वारा खोजबीन करने के बाद कई मोबाईल बरामद करते हुए उन्हें उनके मूल मालिकों को लौटा दिया गया. किंतु गुम अथवा चोरी हुए मोबाईल को खोजने में पुलिस को काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडता है. ऐसे में पुलिस द्वारा आम नागरिकों से आवाहन किया गया है कि, वे बाजार जाते समय पूरी तरह से सतर्क रहे तथा अपने मोबाईल सहित अन्य कीमती वस्तुओं को लेकर सावधानी बरते.
बता दें कि, शहर पुलिस आयुक्तालय तथा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय की साईबर सेल में इन दिनों बडे पैमाने पर लोगों द्वारा मोबाईल चोरी हो जाने अथवा गुम जाने की शिकायतें दर्ज करायी जा रही है. ऐसी शिकायतें मिलने के बाद मोबाईल के आयएमईआय क्रमांक को ट्रेस किया जाता है. किंतु यदि मोबाईल शुरू है, तो उसे बरामद करने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आती और यदि मोबाईल बंद यानी स्वीच ऑफ किया गया है, तो उसे खोजने में काफी दिक्कतों का सामना पुलिस को करना पडता है.
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20 से 25 प्रतिशत मोबाईल खोजने में सफलता
मोबाईल मिसिंग की शिकायतें पुलिस थाने में दर्ज करायी जाती है. जिसके बाद इन मामलों की जांच साईबर सेल शाखा को दी जाती है और सायबर सेल द्वारा विभिन्न तकनिकोें का प्रयोग करते हुए चोरी अथवा गुम हो चुके मोबाईल की खोजबीन की जाती है. इसमें से अब तक 20 से 25 प्रतिशत मोबाईल वापिस मिलने में ही सफलता प्राप्त हुई है. वहीं करीब 80 प्रतिशत मोबाईल दुबारा बरामद नहीं हो पाते.
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मोबाईल के चोरी जाते ही तत्काल यह करे
मोबाईल के गुम अथवा चोरी होने पर सरकार की ओर से शुरू की गई सेंट्रल इक्विपमेंट आयडेेंटीटी सिस्टीम (सीईआयएस) का प्रयोग करते हुए मोबाईल को ट्रेस करना शुरू किया जाता है. साथ ही आयएमईआय नंबर को रजिस्टर्ड करते हुए भी उसे ट्रैक किया जाता है. इसके अलावा सिमकार्ड को भी ब्लॉक किया जाता है. यदि मोबाईल चुरानेवाले व्यक्ति ने मोबाईल में दूसरा कोई सीमकार्ड डाला है, तो इसका भी पता चल जाता है. ऐसे में मोबाईल चुरानेवाले व्यक्ति के पास मोबाईल को वापिस लौटाने अथवा उसे बिना प्रयोग में लाये फेंक देने के अलावा अन्य कोई पर्याय नहीं रहता. यानी कुल मिलाकर मोबाईल चुराकर चोर का कोई फायदा नहीं होता.
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इस स्थानों पर संभाले अपना मोबाईल
शहर के इतवारा बाजार व शुक्रवार बाजार सहित ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में जाते समय नागरिकों द्वारा अपने मोबाईल को संभालकर रखने की जरूरत है. इसके अलावा बस स्थानक व बसों में भीडभाड का फायदा उठाते हुए भी बडे पैमाने पर मोबाईल चुराये जाते है. साथ ही साथ राजनीतिक सभा, जुलुस व विवाह समारोह जैसे स्थानों से भी कई लोगों के महंगे मोबाईल चुरा लिये जाते है. ऐसे में नागरिकों को इन सभी स्थानों पर बेहद अधिक सावधान रहने की जरूरत है.
मोबाईल के चोरी होने अथवा गुम जाने की शिकायत पुलिस के पास प्राप्त होते ही साईबर सेल द्वारा मोबाईल के आयएमईआय क्रमांक को ट्रेस करने का काम शुरू होता है. साथ ही साईबर टीम द्वारा सिमकार्ड व मोबाईल को ब्लॉक करने का काम भी किया जाता है. अब तक कई लोगों के मोबाईल खोजने में पुलिस सफल रही है. इसके अलावा अन्य सभी गुम हो चुके अथवा चुराये गये मोबाईल को खोजने का काम भी युध्दस्तर पर जारी है.
– सीमा दातालकर
पुलिस निरीक्षक, साईबर पुलिस थाना, शहर पुलिस आयुक्तालय