अमरावती/दि.31 – इस समय तापमान बडी तेजी से उंचा उठ रहा है और भीषण गर्मी पडने लगी है. जिससे लोगों का स्वास्थ्य काफी हद तक खतरे में पड गया है और उष्माघात सहित कई तरह की बीमारियों का खतरा भी व्याप्त है. इस बात के मद्देनतर जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर जरूरी दिशानिर्देश जारी किये है.
बढती गर्मी को ध्यान में रखते हुए जारी किये गये अलर्ट में कहा गया है कि, नागरिकों ने कोई बेहद जरूरी काम रहने पर ही दोपहर के समय धूप में बाहर निकलना चाहिए. इस समय राज्य में चहुंओर धूप की तीव्रता काफी अधिक है. जिसकी वजह से शरीर में पानी का स्तर तेजी से घट जाता है. अत: धूप में बाहर निकलते समय नागरिकों ने सर्वप्रथम भरपूर पानी पीना चाहिए, क्योंकि शरीर में पानी की योग्य मात्रा नहीं रहने पर डिहाईड्रेशन की तकलीफ भी हो सकती है. जिसे टालने के लिए नींबू-पानी, नरियल पानी व छांछ जैसे पेयों के साथ-साथ तरबूज, खरबूज, ककडी व संतरे जैसे रसिले फलों का सेवन करना चाहिए. जिनमें प्राकृतिक जल का प्रमाण काफी अधिक होता है.
उष्माघात के लक्षण
शरीर में पानी का प्रमाण कम होने पर उष्माघात यानी डिहाईड्रेशन होने का खतरा होता है. जिसके तहत शरीर से ढेर सारा पसीना निकलने के साथ ही चक्कर आता है. इसके साथ ही प्यास लगने, त्वचा सूखी होने, थकान व बूखार आने, त्वचा पर फुंसी आकर उसमें से खून आने और पीले रंग की पेशाब होने जैसे लक्षण भी दिखाई देते है. इसके अलावा पानी पीने के बाद भूख नहीं लगने और चक्कर आने जैसे लक्षण भी उष्माघात के संकेत है.
गर्मी का मौसम एक तरह से स्वास्थ्य की परीक्षा ही लेता है और इस वर्ष बेहद तेज गर्मी रहने के चलते यह परीक्षा काफी कडी हो सकती है. अत: नागरिकों द्वारा अपने स्वास्थ्य की ओर पूरी तरह ध्यान देना जरूरी है. इसके तहत सभी लोगों ने सुबह अपने बाहरी कामकाज थोडा जल्दी निपटा लेने चाहिए और दोपहर के समय धूप में जाना टालना चाहिए. साथ ही बाहर निकलते समय अपने साथ पानी रखना चाहिए और दिनभर के दौरान बार-बार पानी पीना चाहिए.