आवारा कुत्तो से रहे सतर्क, एक साल में 22201 नागरिकों को कांटा
औसतन 60 नागरिक हो रहे है ‘डॉग बाईट’ के शिकार
अमरावती/दि. 12– जिले में ‘डॉग बाईट’ की घटना में काफी बढोतरी हुई है. हर दिन औसतन 60 नागरिक इसके शिकार हो रहे है. 1 अप्रैल से 31 मार्च की कालावधि में कुल 22 हजार 201 नागरिकों को कुत्तो ने कांटा रहने से शासकीय अस्पताल में इन सभी ने उपचार लिया है. यह बीमारी जानलेवा है. समय पर उचित औषधोपचार मिला तो मरीज की जान बचती है और अनदेखी करने पर संबंधित मरीज कोमा में जाने का खतरा रहता है.
जिले में आवारा कुत्तों का प्रमाण भारी मात्रा में बढने से प्रत्येक चौराहो पर ‘कुत्तो से सावधान’, ऐसे फलक लगाने की नौबत प्रशासन पर आ गई है. ग्रामीण क्षेत्र सहित शहरी इलाको में भी भारी संख्या में आवारा कुत्ते घुमते दिखाई देते है. इस कारण रात के समय वाहन चालको पर यह आवारा कुत्ते हमला करते रहने की अनेक शिकायते है. साथ ही इन आवारा कुत्तो के बंदोबस्त के लिए मनपा प्रशासन की तरफ से किसी भी तरह की उपाययोजना न होने से नागरिको में तीव्र असंतोष है. कुत्ता काटने के बाद रैबीज विषाणुजन्य बीमारी न होने के लिए जिला अस्पताल तथा अन्य सभी शासकीय अस्पतालो में एंटीरैबीज इंजेक्शन नि:शुल्क दिए जाते है.
* आवारा कुत्तो का हो टीकाकरण
शहर के प्रत्येक क्षेत्र में आवारा कुत्तो की भरमार दिखाई देती है. यह कुत्ते नागरिको पर हमला करते है. इस कारण कुत्ता काटने पर जख्मी हुए नागरिक को समय पर अस्पताल पहुंचना पडता है. ऐसी परिस्थिति में मनपा प्रशासन द्वारा विशेष अभियान चलाकर शहर के सभी आवारा कुत्तो को पकडकर उनका टीकाकरण करने की मांग आम नागरिकों द्वारा की जा रही है.
* ‘डॉग बाईट’ की सर्वाधिक घटना मनपा क्षेत्र में
जिले में एक साल में घटित ‘डॉग बाईट’ की कुल घटनाओं में सर्वाधिक घटना मनपा क्षेत्र में है. ‘डॉग बाईट’ के बाद संबंधित मरीज को रैबीज न होने के लिए शासकीय अस्पताल में नि:शुल्क उपचार किया जाता है. इस कारण शहर के जिला अस्पताल में एक साल में 8936 नागरिको ने ‘डॉग बाईट’ पर उपचार किया है.
* 1713 नागरिको को अन्य प्राणियों ने काटा
‘डॉग बाईट’ की घटना के साथ ही जिले में 1713 नागरिको को बंदर, बिल्ली, चुहां, जंगली सूअर और अन्य प्राणियों ने काटा है. यह बात जिला अस्पताल में दर्ज है.