अमरावती/ दि.26 -इन दिनों सिर के बालो के सफेद होने का प्रमाण बढ रहा है. जिसके अनेको कारण हो सकते है. जिसमें केमिकल व जीवनशैली तथा जीवन सत्वों का अभाव मुख्य कारण है. बालो की सफेदी छिपाने के लिए हेयरडाय का इस्तेमाल किया जा रहा है. निम्न दर्जे के डाय का इस्तेमाल करने से भी बाल सफेद होने का प्रमाण बढ रहा है. जिसमें संतुलित आहार व नियमित व्यायाम का काफी महत्व है. डाय करते समय सर्तकता बरते ऐसी सलाह विशेषज्ञों व्दारा दी गई है.
बाल सफेद होने से लेकर बाल गलने का प्रकार बढ रहा है. 10 साल के बच्चों के भी बाल सफेद हो रहे है. आवश्यक जीवनसत्व का अभाव यह भी एक प्रमुख कारण है. ऐसे में त्वचारोग विशेषज्ञ की सलाह लेना भी आवश्यक है. मेलेनिन पिग्मेटेशन की कमतरता से बाल सफेद होते है. इसके अलावा धूल, प्रदूषण से भी बालो में आवश्यक पोषक तत्व कम होते है. आहार के माध्यम से जो पोषण मिलना चाहिए बदलती जीवन शैली के चलते व पोषक आहार की कमी की वजह से भी बाल सफेद हो रहे है. जल्द ही बाल काले हो जाए जिसके चलते केमिकलयुक्त डाय का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे भी बाल गलते है और सफेद होते है और त्वचा को भी नुकसान हो सकता है. ऐसे मे विशेषज्ञों की सलाह आवश्यक है.
* बाल सफेद होने के कारण
इन दिनो सिर के बाल सफेद होने का प्रमाण बढ रहा है. इसमें उम्र का कोइ संबंध नहीं है. 10 साल के बच्चों के भी बाल सफेद होते दिखाई दे रहे है. बालो में सफेदी का कारण अनुवांशिक व ज्यादा तनाव तथा सकस आहार का अभाव है. कुछ लोग बालो को काला करने के लिए केमिकलयुक्त डाय का इस्तेमाल करते है जिससे भी बाल सफेद होने का प्रमाण बढा है.
* यह करे उपाय योजना
असमय काले बाल सफेद होने पर आहार में रोजाना पालक, गाजर, अंडे, बदाम, केला, हरी सब्जियों का इस्तेमाल करे व हर रोज शिर्षासन व व्यायाम करे. जिसकी वजह से सिर में रक्तसंचार बढेगा और बाल सफेद नहीं होंगे. इसके अलावा तनावमुक्त रहना भी आवश्यक है.
* हेयर डाय करते समय डाय की जांच करे
हेयर डाय लगाते समय जिस डाय का इस्तेमाल कर रहे है उसमें पीपीडी का प्रमाण नियंत्रित है या नहीं इसकी जांच करे. जिनकी त्वचा रुखी हो वे कंडिशनरयुक्त डाय का इस्तेमाल करे. निम्न दर्जे के हेयरडाय में विविध प्रकार के केमिकल रहते है जिससे त्वचा को नुकसान होता है.
* तनाव मुक्त रहे व नियमित व्यायाम करे
अब छोटे-छोटे बच्चों के भी बाल सफेद होने का प्रमाण बढ रहा है. बालोे को काला करने लिए डाय का इस्तेमाल किया जाता ै उसमें अमोनिया का प्रमाण रहता है. जिसकी वजह से त्वचा को नुकसान पहुंचता है ऐसे में सकस आहार ले, निमयमित शीर्षासन करे और अपने आप को तनाव से मुक्त रखे.
– डॉ. मंगेश काले विशेषज्ञ