अमरावतीमहाराष्ट्र

शरीर पर चट्टा दिखाई देते ही जांच करना जरुरी

अमरावती /दि.14– समाज में कुष्ठरोग को लेकर जनजागृति हो, इस हेतु 30 जनवरी से 13 फरवरी के दौरान स्पर्श कुष्ठरोग जनजागृति अभियान पखवाडा चलाया जा रहा है. ऐसे में यदि शरीर के किसी भी हिस्से पर कोई भी चट्टा दिखाई देता है, तो उसकी तुरंत जांच करनी चाहिए. ताकि कुष्ठरोग का तुरंत निवारण किया जा सके. विशेष उल्लेखनीय है कि, औषधोपचार के जरिए कुष्ठरोग से मुक्ति मिल सकती है.
* नये कुष्ठरोगियों की खोज
जिले में कुष्ठरोग खोज अभियान चलाते हुए नये कुष्ठरोगियों को भी खोजा जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा नये कुष्ठरोगियों को खोजने के साथ उन पर नि:शुल्क औषधोपचार भी किया जाता है.
* प्रतिवर्ष एक पखवाडे तक चलता है कुष्ठरोग जनजागृति अभियान
प्रतिवर्ष 30 जनवरी से 13 फरवरी तक कुष्ठरोग जनजागृति अभियान चलाया जाता है. ‘स्पर्श’ नामक इस अभियान के तहत पथनाट्य सहित विविध स्पर्धाओं के जरिए कुष्ठरोग को लेकर जनजागृति की जाती है.
* दवाओं के प्रयोग से 100 फीसद ठीक होती है बीमारी
कुष्ठरोग यह अन्य बीमारियों की तरह जंतू यानि विषाणुओं से होने वाली बीमारी है तथा बहूविध औषधोपचार के जरिए यह बीमारी 100 फीसद ठीक हो जाती है. सरकारी अस्पतालों मेें कुष्ठरोग का निदान व इलाज पूरी तरह से नि:शुल्क किया जाता है. साथ ही पूरे सालभर मरीजों की खोजबीन की जाती है.
* कुष्ठरोग को लेकर एक पखवाडे तक जनजागृति अभियान चलाया जाता है. जिसके जरिए समाज में कुष्ठरोग के संदर्भ में रहने वाली गलतफहमियों को दूर करने का प्रयास किया जाता है. कुष्ठरोग की बीमारी औषधोपचार से शत-प्रतिशत ठीक हो जाती है. अत: इससे डरने या घबराने तथा कुष्ठरोगियों को समाज से अलग-थलग कर देने की कोई जरुरत नहीं रहती.
– डॉ. रमेश बनसोड,
सहायक संचालक (कुष्ठरोग)

 

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