अमरावतीमुख्य समाचार

मनपा आमसभा में मारपीट

चेतन पवार व अ. नाजीम आपस में भिडे

* सफाई ठेके की समयावृध्दि को लेकर हुआ विवाद
* चेतन पवार ने सफाई ठेकेदारों के पक्षधर पार्षदों को कहा, ‘वकीली करने आये हो क्या’
* एमआईएम पार्षद अ. नाजीम ने आपत्ति उठाकर शब्द वापिस लेने हेतु कहा
* पवार के अपने कहे पर अडे रहने और अ. नाजीम को ‘चल हट’ कहने पर बिगडा मामला
* अन्य पार्षदों ने बीच-बचाव करते हुए टाला तनाव
* पुलिस भी मौके पर पहुंची, दोनोें पार्षदों के समर्थक भी जुटे
अमरावती/दि.17– स्थानीय महानगरपालिका की आमसभा में आज उस समय जबर्दस्त हडकंप और हंगामा मच गया, जब साफ-सफाई के ठेके को लेकर चल रही चर्चा के दौरान बसपा गुट नेता चेतन पवार तथा एमआईएम गुट नेता अब्दुल नाजीम के बीच हाथापायी की नौबत आ गयी और दोनों ही पार्षद जारी आमसभा के दौरान ही एक-दूसरे के साथ ‘हमरी-तुमरी’ करते हुए आपस में भिड गये. पश्चात अन्य पदाधिकारियों व पार्षदों ने बीच-बचाव करते हुए दोनों ही पार्षदों को एक-दूसरे से अलग किया और समझाबुझाकर शांत करते हुए सदन की कार्रवाई को दुबारा आगे बढाया गया.
बता दें कि, गत रोज ही मनपा स्थायी समिती की बैठक में पार्षद चंद्रकांत बोमरे द्वारा शहर में साफ-सफाई के ठेकों का तीन वर्ष का कार्यकाल खत्म होने के चलते इन ठेकों को समयावृध्दि नहीं दिये जाने और तीन सदस्यीय नई प्रभाग रचना के जरिये नये सिरे से सफाई ठेके को लेकर प्रक्रिया शुरू करने का प्रस्ताव रखा गया था. जिसे स्थायी समिती द्वारा अपने स्तर पर मान्य करते हुए आमसभा की मंजुरी हेतु भेजा गया था. वहीं आज मनपा की आमसभा के दौरान यह विषय ऐन समय पर सदन पटल पर विचार-विमर्श हेतु रखा गया. जिस पर कई सदस्यों ने आक्षेप उठाते हुए कहा कि, साफ-सफाई का ठेका तीन अधिक एक अधिक एक ऐसे कुल पांच वर्षों के लिए दिया गया है. अत: ठेके को इस तरह अचानक बीच में खत्म नहीं किया जा सकता. क्योेंकि कई ठेकेदारों ने इस काम के लिए बडे पैमाने पर पैसा निवेश करते हुए साधन सामग्री की खरीदी की थी. अत: पुराने सफाई ठेकेदारोें को ही कायम रखा जाना चाहिए. वहीं दूसरी ओर बसपा गुट नेता चेतन पवार ने नई प्रभाग रचना के मद्देनजर मनपा सदन में कहा कि, चूंकि इससे पहले चार सदस्यीय प्रभाग प्रणाली अस्तित्व में थी. वहीं अब तीन सदस्यीय प्रभाग पध्दति अमल में लायी जानी है. अत: नई प्रभाग पध्दति के अनुसार नये सिरे से प्रभागनिहाय साफ-सफाई के ठेके दिये जाने चाहिए.
* यूं पैदा हुआ विवाद
जिस समय आमसभा के दौरान बसपा गुट नेता चेतन पवार नई प्रभाग रचना के अनुसार नये सिरे से साफ-सफाई के ठेके दिये जाने को लेकर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे. उस समय सदन में मौजूद कई पार्षदों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा था. जिस पर पार्षद चेतन पवार ने कहा कि, तुम सब लोग यहां सफाई ठेकेदारों की वकालत करने आये हो क्या और ठेकेदारों की इतनी वकीली क्यों कर रहे हो. चेतन पवार के इतना कहते ही सदन में मौजूद कई पार्षदों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया और एमआईएम गुट नेता अब्दुल नाजीम ने इन शब्दों पर जबर्दस्त आपत्ति उठाते हुए चेतन पवार से अपना बयान वापिस लेने हेतु कहा. जिस पर चेतन पवार ने अब्दुल नाजीम की ओर देखकर ‘चल हट’ कह दिया. इस समय एमआईएम गुट नेता अ. नाजीम अपने स्थान से उठते हुए बडी तेजी के साथ चेतन पवार की ओर बढे और उन्होंने झपट्टा मारकर चेतन पवार की कॉलर पकडी. साथ ही इस समय दोनों ही नगरसेवकों के बीच थोडी हाथापायी भी हुई.जिसकी वजह से सदन में माहौल एकदम ही गरमा गया और पूरे सदन में होहल्ला व हंगामा मच गया. इस समय सत्ता पक्ष व विपक्ष के पार्षदों व पदाधिकारियों ने तुरंत ही बीच-बचाव करते हुए अब्दुल नाजीम व चेतन पवार को एक-दूसरे से दूर हटाया. हालांकि इसके बावजूद दोनों ही पार्षद एक-दूसरे को शाब्दिक रूप से धमकाते रहे. पश्चात थोडी देर बाद यह मामला शांत हुआ. किंतु इस दौरान सदन की कार्रवाई पूरी तरह से ठप्प रही.
* आयुक्त आष्टीकर ने हंगामे के बीच छोडा सदन
जैसे ही पार्षद चेतन पवार व अब्दुल नाजीम के बीच आपसी वाद-विवाद होकर हाथा-पायी की शुरूआत हुई और सदन में हंगामेवाली स्थिति बनी, वैसे ही सदन में मौजूद निगमायुक्त आष्टीकर ने अपने सुरक्षा रक्षकों को अपने पास बुलाया और वे कडी सुरक्षा के बीच सदन से बाहर निकल गये. पश्चात मामला शांत होने तक उपायुक्त सुरेश पाटील ने सदन के कामकाज का जिम्मा संभाला और दुबारा सदन की कार्रवाई शुरू हुई.
* सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच भी दिखा तनाव
इस घटना का असर मनपा के सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच भी दिखाई दिया. जिस समय अब्दुल नाजीम को बसपा गुट नेता चेतन पवार से दूर किया गया, तो वे मनपा पक्ष नेता तुषार भारतीय को कुछ कहते हुए सुनाई दिये. जिस पर तुषार भारतीय ने अपनी आपत्ति दर्ज करायी. इसी समय मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत ने तुषार भारतीय को अपने स्थान पर खडे रहकर कुछ कहने का प्रयास किया. जिसके बाद तुषार भारतीय व बबलु शेखावत भी एक-दूसरे के सामने आते दिखाई दिये. पश्चात इसमें भी हस्तक्षेप करते हुए संभावित तनाव को टाला गया.
उल्लेखनीय है कि, यह मनपा के मौजूदा सदन की लगभग अंतिम आमसभा थी. आगामी 2 मार्च को मनपा के अंतिम प्रभाग रचना की घोषणा हो जायेगी. जिसके बाद आगामी चुनाव की प्रक्रिया शुरू होकर अप्रैल माह के अंत या मई माह के पहले सप्ताह में मनपा का आम चुनाव कराया जा सकता है. ऐसे में अब अगली आमसभा मनपा चुनाव के बाद ही होने के आसार है. अत: उम्मीद थी कि, मनपा की अंतिम आमसभा में शहर के विकास व जनसमस्याओं को लेकर कोई ठोस चर्चा या निर्णय होंगे. किंतु इसकी बजाय पिछली कुछ आमसभाओं की तरह यह आमसभा भी हंगामे और शोर-शराबे की भेंट चढ गई. साथ ही नौबत दो गुट नेताओं के बीच मारापीटी तक आ गई.

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