रामाश्रयी जी का सुंदर प्रतिपादन
अक्षय फल देता है एकादशी व्रत

* राधाकृष्ण मंदिर का पाटोत्सव भव्य
* सुंदर पालखी शोभायात्रा
* देवालय के 125 वर्ष पूर्ण
* विधायकद्बय खोडके दंपत्ति की उपस्थिति
अमरावती/ दि. 24- रंगारी गली स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर के 125 वर्ष पूर्ण होने उपलक्ष्य आयोजित पाटोत्सव भव्य दिव्य और चिरस्मरणीय रहा. राधा कृष्ण सेवा समिति केे उत्साह और पहल से आयोजित पाटोत्सव में न केवल हजारों श्रध्दालु उत्साह और श्रध्दापूर्वक सहभागी हुए. अपितु गौमाता को साथ लेकर निकाली गई पालखी शोभायात्रा गाजे बाजे से सक्करसाथ, जवाहर गेट, प्रभात चौक, तहसील रोड, टैगोर चौक होते हुए मंदिर पहुंंची. विधायक संजय और सुलभा खोडके ने भी न केवल पालखी उठाई. उन्होेंने पूरे समय उपस्थित रहकर माहेश्वरी समाज की वक्त -जरूरत काम आने तत्पर रहने की बात कही.
रामाश्रयी जी ने बतलाया महात्म्य
रामाश्रयी जी ने आज की अपरा एकादशी का महात्म्य बतलाया और कहा कि नियमपूर्वक व्रत का पालन करने से पालों से मुक्ति मिलती है. उसी प्रकार अपने पितरों का भी उध्दार होता है. पितरों को पांच एकादशी का व्रत दान करने की महिमा उन्होंने बताई. उन्होंने कहा कि अग्नि पुराण, नारद पुराण और अनेकानेक ग्रंथों मेें एकादशी की महिमा का बखान है. एकादशी भी एक प्रकार से तपस्या हैं. उन्होेंने कहा कि जिस प्रकार विश्व में भारत देश श्रेष्ठ है. उसी प्रकार भक्ति और व्रत में एकादशी सर्वश्रेष्ठ है. व्रतों का राजा इसे कह सकते हैंं. अत्यंत संस्कृतनिष्ठ हिन्दी भाषा में बडे अधिकारपूर्वक संबोंधन में माई कहलाती रामप्रिया श्री जी ने नित्य उपासना करने से वर्ष भर में उसका सुफल प्राप्त होने की जानकारी दी और बतलाया कि एकादशी का पुण्य अक्षद अर्थात अखंड होता है. उन्होंने आयोजन के लिए समिति की भूरि-भूरि प्रशंसा कर उपस्थितों की तालियों की गडगडाहट के बीच राधाकृष्ण मंदिर में बने वातावरण को स्वर्ग की उपमा दी. उन्होंने एकादशी व्रत करते हुए किसी भी नये व्यक्ति को यह व्रत करने के लिए प्रेरित करने का आवाहन विनयपूर्वक किया. अपने नपे तुले और सधे हुए संबोधन में रामप्रिया श्रीजी ने कुछ अवसरों पर उपस्थितों को गुदगुदाया भी.
भगवान का आशीर्वाद हम दोनों विधायक
विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि मंदिर में आकर और सभी भक्तों की श्रध्दा देखकर स्वर्गानुभूति हो रही है. उन्होंने कहा कि भगवत कृपा से ही वे और उनके यजमान संजय खोडके दोनों ही विधायक हैं. विधायक कार्यो के लिए भगवान ने चयन किया है. अत: वे मंदिर और समाज के प्रत्येक कार्य हेतु तत्पर रहेगी. श्रीमती खोडके ने एकादशी व्रत दोबारा प्रारंभ करने की घोषणा करतलं ध्वनि के बीच की.
सुंदर सजावट, पालखी का स्वागत
राधाकृष्ण मंदिर को लाइटिंग और पीतांबर से सुरूचिपूर्ण सजाया गया. उसी प्रकार पालखी का दुग्धपूर्णा के नीतेश पांडेय, हरिकिसन, श्री, वसंत राधकिसन कलंत्री परिवार और मनोज घनश्याम वर्मा परिवार ने पुष्पवृष्टि और आरती उतारकर भोग लगाकर स्वागत किया. जवाहर गेट से पुष्पवृष्टि की गई. मंदिर में त्रिवेणी संगम हो गया जब रामाश्रयी जी के संग मंगलाश्री जी और माहेश्वरी देवी जी भी उपस्थित रही. तीनों का राधा कृष्ण सेवा समिति की ओर से शीतल दरक, गौरी राठी, सिध्दी सोमाणी, किरण राठी ने स्वागत सत्कार किया. विधायक संजय खोडके का स्वागत पूर्व सरपंच राजेंद्र सोमाणी ने किया. गौरक्षक अजीत पाल सिंह मोंगा का स्वागत श्रीकिसन व्यास ने किया.
आज के यजमान श्याम देवांश दरक नाशिक, पदमा देवी जयप्रकाश सारडा, डॉ. ज्योति चंद्रशेखर भूतडा, डॉ. माधुरी, डॉ. नीलेश चांडक, कृष्णा आशीश करवा, सीए यश, विजय डागा, लंदन से राधिका आदित्य काबरा, निखिल राजेंंद्र गट्टानी, सीमा राजेंद्र गट्टानी, विमला देवी, ओमप्रकाश नावंदर, गंगाबाई नारायणदास पनपालिया, लक्ष्मी नारायण मंत्री, रमन कमलकिशोर झंवर, गायल माता परिवार, गोपालदास राठी परिवार, शंकरलाल मनीष भूतडा, भावेश वेदांत तिवारी आदि रहे. पाइनापल मिल्क शेक, साबूदाना खिचडी, सूखा मेवा, फलीदाना बर्फी की प्रसादी का सैकडों भाविकों ने लाभ लिया. कृष्ण बने बालक ने सभी को बरबस आकर्षित किया.