अमरावती

युध्द की वजह से खाद हो सकती है महंगी!

खरीफ के लिए अभी से स्टॉक करना जरूरी

* जिले के लिए 2,82,303 मेट्रिक टन खाद की जरूरत
अमरावती/दि.24– युक्रेन व रूस के बीच चल रहे युध्द की वजह से भारत में भी कई वस्तुओं के दाम बढने लगे है. जिसके तहत रासायनिक खाद में भी दरवृध्दी होने की पूरी संभावना है. इस समय जिले में 28 हजार 627 मेट्रिक टन खाद का स्टॉक उपलब्ध है. वहीं आगामी खरीफ सीझन के लिए जिले में 2 लाख 82 हजार 303 मेट्रिक टन रसायनिक खाद की जरूरत है.
भारत में आवश्यक रहनेवाली कुल खाद की आयात में रूस, युक्रेन व बेलारूस इन देशों की काफी अधिक हिस्सेदारी है. लेकिन इस समय रूस व युक्रेन के बीच युध्द चल रहा है. जिसका सीधा असर रासायनिक खादों की आयात पर भी पडेगा. ऐसे में खरीफ सीझन के दौरान खाद के महंगी होने के आसार अभी से दिखाई दे रहे है. बता दें कि, बुआई के वक्त खाद का प्रयोग करने के साथ ही बुआई के एक माह पश्चात फसलों की बढत हेतु खाद का प्रयोग किया जाता है. विगत एक वर्ष के दौरान पहले ही रासायनिक खादोें के दाम में दो बार वृध्दि हो चुकी है. ऐसे में फसलों का उत्पादन खर्च काफी हद तक बढ गया है.

* जिले में उपलब्ध खाद का स्टॉक
खाद           उपलब्ध स्टॉक (मेट्रिक टन)
युरिया          7,812
डीएपी          589
संयुक्त खाद    5,052
एसएसपी      13,708
अमो सल्फेट  189
एमओपी       1,125

* खरीफ के लिए जिले में कितनी खाद की जरूरत
आगामी खरीफ मौसम के लिए जिले में 2 लाख 82 हजार 303 मेट्रिक टन खाद की मांग रहेगी. ऐसा कृषि विभाग का अनुमान है.
– इसमें 57,758 मेट्रिक टन यूरिया, 40 हजार मेट्रिक टन डीएपी, 45,365 मेट्रिक टन एसएसपी तथा 1,14,500 मेट्रिक टन संयुक्त खाद की जरूरत पडेगी.

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