अमरावतीमहाराष्ट्र

हव्याप्र मंडल में शिक्षा के साथ संस्कार धारण कर बनें सक्षम – डॉ. अमोल अंधारे

स्वायत्त डीसीपीई कॉलेज का 10 वां दीक्षांत समारोह

* 15 स्वर्ण, 14 रजत, 14 कांस्य पदक
अमरावती/दि.29– श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल एक संस्था नहीं बल्कि जन-जन के लिए प्रेरणास्रोत बन गया है. संस्थापक कै. अंबादासपंत वैद्य और तत्कालीन प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य साहब की खेल, सामाजिक और शैक्षणिक गतिविधियों ने मंडल को दुनिया भर में प्रसिद्ध किया है. वहीं कार्य डिग्री कॉलेज ऑफ फिजिकल एज्युकेशन कॉलेज शिक्षा के माध्यम से छात्रों के बीच बीजारोपण कर रहा है. इसलिए यहां की शिक्षा से प्राप्त डिग्री न केवल रोजगार के लिए होती है, बल्कि व्यक्ति के व्यक्तित्व को विस्तार और सशक्त बनाने की क्षमता भी प्रदान करती है. आज के आधुनिक युग में कैशल्य प्रधान शिक्षा का महत्व बढ़ गया है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए मंडल का डिग्री कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन छात्रों में शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक शिक्षा और नैतिक मूल्यों का भी विकास कर रहा है. परिणाम स्वरूप आज यहां के छात्र विभिन्न क्षेत्रों में योग्यता प्राप्त कर रहे हैं.

10 वें दीक्षांत समारोह में स्नातक करनेवाले विद्यार्थियों को केवल नौकरी पाने के लिए नहीं, बल्कि शिक्षा के प्रति जागरूक मंडल की संस्कृति के माध्यम से खुद को एक महान और सफल व्यक्तित्व बनाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए ऐसा आवाहन नई दिल्ली के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के उप सचिव डॉ. अमोल अंधारे ने स्नातकों को सम्मानित करते हुए किया. हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल द्वारा संचालित ऑटोनॉमस डिग्री कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन का 10 वां दीक्षांत समारोह भव्य तरीके से आयोजित किया गया. मंडल के प्रमुख सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य जी के आशीर्वाद से. स्व. सोमेश्वर पुसतकर सभागार में मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष एड. डॉ. प्रशांत देशपांडे की दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता मी मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अमोल अंधारे उपस्थिति थे. इस अवसर पर मंडल के कोषाध्यक्ष एवं डीसीपीई के प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास देशपांडे, मंडल की सचिव और उप प्राचार्य डॉ. माधुरीताई चेंडके, मंडल के सचिव प्रो. रवीन्द्र खांडेकर, सचिव डॉ. विकास कोलेश्वर, महिला कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अविनाश मोहरील, प्रो. दीपाताई कान्हेगांवकर, डॉ. विजय पांडे, डॉ. लक्ष्मीकांत खंडागले, डॉ. संजय येडे, डॉ. सुनील लाबड़े, डॉ. शीतल काले, डॉ. वी.एन बेलसरे, डॉ. साधना वैद्य, सबनीस आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे.

डीसीपीई का 10 वां दीक्षांत समारोह गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन और उनके स्वागत के साथ शुरू हुआ. उसके बाद डिग्री कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन कॉलेज द्वारा बी.पी.ई., बी.पी.एड., एम.पी.एड, बी.ए., बी.एससी, एम.एससी, बीबीए, एमबीए, बी-वोक हेल्थकेयर, बी-वोक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट बी-हॉक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट से सम्मानित किया गया. मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पदक और पदवी प्रमाणपत्र प्रदान किये गये. इसमें 12 स्वर्ण, 14 रजत, 14 कांस्य तथा अन्य सभी मेधावी विद्यार्थियों को स्नातक प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया. मंच पर उपस्थित डीसीपीई के प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास देशपांडे ने विद्यार्थियों को पिछले वर्ष का प्रगती अहवाल सादर किया. उप प्राचार्य डॉ. माधुरीताई चेंडके ने श्री हव्याप्र मंडल के सभी डिग्री धारकों को अपनी डिग्री प्राप्त करने की अनुमति दी. कार्यक्रम का संचालन प्रो. सिद्धार्थ गणवीर एवं डॉ. आरजू रोडे द्वारा किया गया. समारोह का तकनीकी जिम्मेदारी प्रो. पुष्पक खोंडे ने संभाला. 10 वां दीक्षांत समारोह पसायदान के साथ संपन्न हुआ.

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