अमरावतीमहाराष्ट्र

मधुुमक्खी पालन व्यवसाय कर बने मालामाल, अर्जी करें ?

खादी ग्रामोद्योग मंडल की तरफ से अनुदान

धामणगांव रेलवे/ दि.6 .– जिले में मधुमक्खी पालन व्यवसाय को भारी मात्रा में बढावा हैं. इसके लिए मंडल की तरफ से 50 % अनुदान भी दिया जाता है. लेकिन अनेक बेरोजगार इस व्यवसायी की तरफ रूख नहीं कर रहे हैं. पिछले वर्ष कुछ युवकों को इस व्यवसाय के लिए कर्ज दिया गया था. लेकिन इस वर्ष कर्ज लेने के लिए कोई भी तैयार न रहने की जानकारी सामने आयी है.

जिले में मेलघाट समेत पोहरा जंगल में विविध प्रकार की वनस्पति हैं. इस कारण नैसर्गिंक रूप से शहद उपलब्ध होता हैं. अनेक गांव के किसान, खेतिहर मजदूर जंगल का शहर इकट्ठा करते है. इन लोगों को मधुमक्खी पालन करते आ सके, इसके लिए खादी व ग्रामोद्योग मंडल के जरिए शहद केंद्र योजना चलाई जाती है. इसके लिए अनुदान भी दिया जाता है. लेकिन इस वर्ष इस योजना के लाभ के लिए बेरोजगारों को कर्ज का अवसर रहने के बावजूद वे सामने न आने की जानकारी जिला खादी ग्रामोद्योग केंद्र की तरफ से मिली है. इस व्यवसाय के संदर्भ में जनजागरण होना आवश्यक हैं. मधुमक्खी पालन के लिए मुख्यमंत्री रोजगार निर्मिति कार्यक्रम के तहत अनुदान दिया जाता है. इस योजना अंतर्गत मधुमक्खी केंद्र योजना से 50 प्रतिशत अनुदान भी उपलब्ध होता हैं. व्यवसाय के लिए प्रशिक्षण अथवा साहित्य खरीदी के लिए अनुदान का इस्तेमाल कर सकते हैं. शहद केंद्र योजना का लाभ लेेने के लिए खादी व ग्रामोद्योग मंडल के कार्यालय में किसान, सुशिक्षित बेरोजगार अथवा संस्था को आवेदन प्रस्तुत करते आ सकता हैं. अथवा यहां प्रत्यक्ष भेंट देकर जानकारी ली जा सकती है.

* अर्जी किसे कर सकते हैं ?
किसान : मधुमक्खी पालन योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को अर्जी करते आ सकती हैं. इस व्यवसाय के लिए उन्हें जमीन रहना आवश्यक है.
सुशिक्षित बेरोजगार : सुशिक्षित बेरोजगार भी इस योजना के लाभ के लिए आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं. योजना के माध्यम से वे स्वयंरोजगार हो सकते है.
पंजीकृत संस्था : बचत समूह आदि भी योजना के लाभ के लिए अर्जी कर सकते हैं. अर्जी की प्रक्रिया ऑनलाइन हैं.

* गत वर्ष दिया लाभ
खादी व ग्रामोद्योग मंडल की तरफ से पिछले वर्ष इच्छुक युवको को योजना का लाभ दिया गया. योजना अंतर्गत उन्हें साहित्य भी वितरित किया गया, ऐसी जानकारी ग्रामोद्योग अधिकारी प्रदीप चेचरे ने दी.

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