मृग नक्षत्र की शुुरुआत, अनेकों स्थानों पर बरसे मेघ
जिले में 15, 16, 17 जून को जोरदार बारिश का योग
चांदूर बाजार/दि.9 – मंगलवार से मृग नक्षत्र की शुरुआत हुई. पहले दिन थोडी ही बारिश हुई. किंतु नक्षत्र के दिन बारिश होने से इसे शुभ संकेत माना जा रहा है. मंगलवार को सुबह 6.40 बजे सूर्य का प्रवेश मृग नक्षत्र में हुआ. इस साल मृग नक्षत्र का वाहन गधा है, इसकी वजह से साधारण बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है.
15, 16, 17 जून को बारिश का योग
सूर्य का नक्षत्र में प्रवेश समय पर होने की वजह से ग्रह स्थिति के अनुसार नक्षत्र के प्रथम चरण अर्थात 8 से 11 जून के दरमियान मौसम में बदलाव होगा और उष्ण तापमान थोडा कम होगा. ग्रहों के स्थिति के अंदाजा नुसार बारिश का योग साधारण है. कुछ स्थानों पर बारिश कम होगी. जिले में 15, 16, 17 जून को बारिश का योग दिखाई दे रहा है. कुछ स्थान पर कम तो कुछ स्थान पर ज्यादा बारिश होगी.
आद्रा नक्षत्र में अच्छी बारिश का योग
पंचांग शास्त्रों के अनुसार ग्रह स्थिति के अनुसार इस साल अक्तूबर माह तक तुफानी बारिश के ज्यादा योग दिखाई दे रहे है.उसी प्रकार जून महिने में बारिश साधारण रहेगी. जून के अंत में बारिश का ज्यादा योग है. जून, जुलाई महिने में नियमित बारिश होगी. पुष्य, आश्लेशा नक्षत्र में भी अच्छी बारिश के संकेत है. जिसके अनुसार 20 जुलाई से 15 अगस्त तक अच्छी बारिश होगी. उत्तरा व हस्त नक्षत्र में 13 सितंबर से 9 अक्तूबर तक बेतहाशा बारिश होगी. उसके बाद अक्तूबर महिने में भी बारिश के योग है.
अंदाजानुसार बुआई का निर्णय ले
किसान ग्रह नक्षत्र के अनुसार व पंचांग शास्त्रों व्दारा दिये गए संकेतों के अनुसार बुआई करने का निर्णय ले. स्थानीय मोैसम का परिणाम हो सकता है. इसमें अंदाजानुसार ही बुआई का कार्य किसान करें.
फसल का आणेवारी निहाय उत्पादन
पंचांग शास्त्रों के अंदाजानुसार इस साल फसल निहाय उत्पादन इस प्रकार से होगा. ज्वारी 70 से 75 आणेवारी, कपास 75 आणेवारी, धान 65 आणेवारी, उडद व मूंग 70 आणेवारी, सोयाबीन व सूर्यफूल 65 आणेवारी, तुअर 65 आणेवारी, मुंगफली 70 आणेवारी, बाजरा 77, चना 60, मीर्च व गेंहू 70, तिल्ली, जवस, राई 60 आणेवारी तथा फल व बागायती फसल व सब्जियों का भी उत्पादन अच्छा रहेगा. जिसके लिए अपने अनुभव के आधार पर किसान बुआई का नियोजन करे.