अमरावती

10 वीं के अंतर्गत मूल्यमाप की शुरुआत

शिक्षकों ने की कालावधि बढ़ाने की मांग

अमरावती/दि.14 – इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण दसवीं की परीक्षा रद्द की गई है. लेकिन हाल ही में दसवी के अंतर्गत मूल्यमापन के दिशानिर्देश की घोषणा की गई. जिसके चलते विद्यार्थियों के मूल्यमापन के लिये शिक्षकों को बहुत कम दिनों का कालावधि दिया गया है. 11 से 20 जून दरमियान शिक्षकों को 20 जून तक मूल्यमापन पूर्ण करना है. वहीं 21 से 30 जून दरमियान मुख्याध्यापकों को विद्यार्थियों के विषयनिहाय अंक मंडल के संगणकीय प्रणाली में भरने है. इस कारण 500 या उससे अधिक विद्यार्थियों वाली स्कूलों के शिक्षकों में चिंता व्याप्त है.

100 प्रतिशत लगेगा रिजल्ट

बोर्ड की ओर से शाला स्तर पर अंतर्गत मूल्यांकन कर परिणाम घोषित करने की सूचना दी गई है. जिसके अनुसार शिक्षक परिणाम के काम में लग गये हैं. एखाद विद्यार्थी व्दारा दिया निकष पूर्ण नहीं किया हो या अनुपस्थित होगा तब भी उसे अधिक अंक देने हेतु शिक्षकों को जरुरी रहेगा. अपनी स्कूल का रिजल्ट 100 प्रतिशत लगाने हेतु सभी प्रयासरत हैं. इस कारण इस बार शहर की सभी शालाओं का 10 वीं कक्षा का परिणाम 100 प्रतिशत लगने की संभावना है.

गलती होने पर जिम्मेदार कौन?

दसवीं के मूल्यमापन के लिये काफी कम कालावधि दी गई है. 10 दिनों में शालाओं को विद्यार्थियोें का रिजल्ट लगाना असंभव है. कम से कम 15 दिनों का समय देना अपेक्षित था. प्रत्येक स्कूल में 100 से 500 के करीब विद्यार्थी रहते हैं. इतने विद्यार्थियों का मूल्यमापन दी गई अवधि में संभव नहीं, इसमें गलती होने पर स्कूलों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा. इस कारण मूल्यमापन का कालावधि बढ़ाकर देने की मांग की जा रही है.

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