अमरावती

1 दिसंबर से सभी शालाओं में बजेगी घंटी

कक्षा 1 ली से 12 वीं की कक्षाएं खुलेंगी

  • अभिभावकों व शिक्षकों में हर्ष की लहर

  • विद्यार्थियों का शाला में प्रवेश होगा ऐच्छिक

अमरावती/दि.26 – कोविड संक्रमण के चलते विगत डेढ वर्ष से बंद पडी शालाएं अब आगामी 1 दिसंबर से शुरू होने जा रही है. इससे पहले शहरी क्षेत्र में 8 वीं से 12 वीं तथा ग्रामीण क्षेत्र में 5 वीं से 12 वीं तक की कक्षाएं शुरू की गई थी. किंतु अब कक्षा 1 ली से लेकर आगे की सभी कक्षाओं को पूरी तरह से खोलने और सभी कक्षाओं में पहले की तरह ऑफलाईन पढाई शुरू करवाने का निर्णय गत रोज राज्य सरकार द्वारा लिया गया है. ऐसे में अगले सप्ताह से सभी शालाओं में एक बार फिर नौनिहालों की चहक सुनाई व दिखाई देगी.
इस निर्णय के चलते जहां एक ओर सभी शिक्षकों व अभिभावकों में हर्ष की लहर व्याप्त है, वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा स्पष्ट किया गया है कि, किसी भी बच्चे पर शाला में आने के लिए सख्ती नहीं की जायेगी. बल्कि अपने बच्चों को स्कूल भेजना है अथवा नहीं यह निर्णय पालकों को लेना होगा. हालांकि विगत डेढ वर्ष से ऑनलाईन शिक्षा के बोझतले दबे बच्चों को अब स्कूल केे मुक्त वातावरण में शिक्षा प्राप्त करने का मौका दोबारा मिलने जा रहा है. ऐसे में अभिभावकों व शिक्षकों द्वारा इस फैसले का स्वागत किया गया है. साथ ही शाला संचालकों द्वारा भी कहा गया है कि, अब कोविड संक्रमण को लेकर स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और शालाओं द्वारा भी तमाम ऐहतियाती कदम उठाये जाने को लेकर आवश्यक तैयारियां की गई है. जिसके चलते सभी अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कुल भेजते हुए शाला व शिक्षा की स्थिति को पहले की तरह सामान्य करने में सहयोग करना चाहिए.
इस संदर्भ में सरकारी व निजी शालाओं के शिक्षकों ने इस फैसले को स्वागतयोग्य बताते हुए कहा कि, विगत लंबे समय से विद्यार्थियों के हितों को देखते हुए शिक्षकों अभिभावकों द्वारा शाला शुरू करने की मांग की जा रही थी. अब चूंकि सरकारद्वारा शालाएं शुरू करने को लेकर अनुमति दी गई है, तो कोविड काल के दौरान पढाई-लिखाई में हुए नुकसान को पूरा करने का प्रयास किया जायेगा. वहीं कई अभिभावकों ने भी इस फैसला का स्वागत करते हुए कहा कि, विगत डेढ वर्ष से बच्चे पूरा समय घर में ही थे और ऑनलाईन शिक्षा के नाम पर मोबाईल, लैपटॉप व टीपी से चिपके रहने को मजबूर थे. ऐसे में उनका शारीरिक व बौध्दिक विकास रूक गया था. अत: शालाओं का खुलना बेहद जरूरी था, ताकि वे खुले वातावरण में सांसद ले सके.

जिले में कक्षा 1 ली से 7 वीं तक विद्यार्थी संख्या

तहसील
अचलपुर
अमरावती
अम. मनपा
अंजनगांव सुर्जी
भातकुली
चांदूर बाजार
चांदूर रेल्वे
चिखलदरा
दर्यापुर
धामणगांव रेल्वे
धारणी
मोर्शी
नांदगांव खंडेश्वर
तिवसा
वरूड
– कक्षा 1 ली
4,043
2,273
10,001
2,323
1,115
2,618
1,173
1,981
2,308
1,588
3,200
2,281
1,427
1,323
2,981
– कक्षा 2 री
4,308
2,673
10,187
2,573
1,406
1,920
1,258
2,368
2,368
1,820
3,726
2,408
1,592
1,375
3,081
– कक्षा 3 री
4,473
2,775
10,493
2,618
1,395
2,892
1,303
2,378
2,378
1,814
2,554
2,554
1,665
1,443
3,184

– कक्षा 4 थी
4,354
2,625
10,538
2,539
1,258
2,747
1,211
2,372
2,372
1,818
2,423
2,223
1,576
1,457
3,146
– कक्षा 5 वीं
4,528
2,425
10,873
2,520
1,299
3,003
1,246
2,444
2,444
1,839
2,560
2,560
1,681
1,434
3,239
-कक्षा 6 वीं
4,475
2,338
10,771
2,474
1,318
3,005
1,360
2,474
2,474
1,893
2,523
2,523
1,600
1,420
3,316
-कक्षा 7 वीं
4,610
2,230
11,067
2,428
1,357
2,907
1,374
2,429
2,429
1,985
2,531
2,531
1,652
1,510
3,190

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