अमरावती/दि. 31 – 1 अगस्त को अण्णाभाऊ साठे की जयंती है. इस निमित्त से उन्हें भारत रत्न मरनोत्त्पर पुरस्कार देकर सम्मानित करे.अण्णाभाऊ साठे का पुतला महानगरपालिका के मार्केट के सामने राजापेठ पुलिस स्टेशन के पीछे कचरा कुंड पर नीली पन्नी से बांधकर घृणित वातावरण में लगाया गया है. इस तरह से किसी महापुरूष का अपमान हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. यह समाज शांतिप्रिय है यदि गर्म हुआ तो किसी की नहीं सुनेगा. महानगरपालिका के संबंधित अधिकारियों पर कडी कार्रवाई करे. उन पर अपराध दर्ज करे व उन्हे नौकरी से बेदखल करे. अन्य किसी महापुरूष का पुतला होता तो 5 मिनिट में ही बिठा दिया जाता. लेकिन अण्णाभाऊ की जयंती निमित्त महाराष्ट्र सरकार ने लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे यह मातंग समाज के होने के कारण जातिवाद हो रहा है. अण्णाभाऊ जयंती निमित्त से महाराष्ट्र सरकार विकास महामंडल को भरपूर निधि देकर मातंग समाज के सुशिक्षित बेरोजगार युवा,लड़के-लड़कियोे को व्यवसाय के लिए महामंडल द्वारा 5 लाख रूपये व्यवसाय के लिए कोई भी शर्त न रखकर उन्हें दी जाए. व कोरोना के कारण शादी 10-20लोगों की उपस्थिति में हो रही है. जिसके कारण मातंग कलाकारो पर भूखमरी की नौबत आ गई है. उनके उदरनिर्वाह के लिए कलाकारो को समाज कल्याण द्वारा 5 हजार रूपये महिना दिया जाए..ऐसी मांग अण्णाभाऊ साठे समता परिषद संगठन के एक निवेदन द्वारा की है.