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आगामी रक्षाबंधन पर्व के विषय में समाज में बहुत से भ्रम उत्पन्न कर दिए गए हैं. जिनका निराकरण केवल गणितीय सिद्धांत ज्योतिष शास्त्र के द्वारा ही हो सकता है. शास्त्रों के अनुसार श्रावण शुल्क पक्ष पूर्णिमा को रक्षाबंधन करना चाहिए किन्तु मुहूर्त-चिन्तामणि, रत्नमाला, निर्णयामृत निर्णयसिन्दू, धर्मसिन्दू एवं ज्योतिष शास्त्र के अन्य प्राचीन ग्रंथों के आधार पर सूर्योदय, तिथि-मान, भद्रा तथा इनके शुभ-अशुभ फल का विचार करना आवश्यक है.
निर्णय सिंदू, धर्म सिन्दू के अनुसार 30 अगस्त 2023 को अपराह्न- व्यापिनी पूर्णिमा में भद्रा का दोष रहेगा एवं 31 अगस्त 2023 को पूर्णिमा 03 घटी से कम है. प्रतिपदा से युक्त भी है तो उस दिन रक्षाबंधन करना उचित नहीं.
अतः शास्त्र के नियमानुसार 30 अगस्त 2023 को ही रात्रि 9.02 बजे बाद अर्ध-रात्रि तक ही रक्षाबंधन करना मंगलकारी होगा. 31 अगस्त 2023 को रक्षाबंधन करना शास्त्रों के अनुसार नहीं है. अतः 30 अगस्त को उस दिन रक्षाबंधन करना चाहिए.
* सूणमांडण दि. 29 अगस्त 2023 मंगलवार चंचल+लाभ+अमृत सुबह 9.30 मि. से 002.00 मि. तक शुभ दोप. 3.30 से शाम 5.00 तक श्रेष्ठ है.
* सूणजिमानादि 30 अगस्त 2023 बुधवार शुभ वेला सुबह 6.00 मि. से 9.30 तक सुबह 10.38 पूर्व ही सूणजिमा लेना चाहिए. राखी बांधने का उत्तम समय रात्रि 9.10 से 11.00