पुलिस विभाग की मजबूती के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध
पालकमंत्री यशोमति ठाकुर का प्रतिपादन
* चिखलदरा में नये पुलिस विश्रामगृह का पालकमंत्री के हस्ते शुभारंभ
अमरावती/दि.२७- कानून व व्यवस्था बरकरार रखने के लिए पुलिस दिन-रात कार्यरत रहती है. कोरोना के काल में जोखिम स्वीकार कर पुलिस कर्मचारियों ने अनेक जिम्मेदारियां निभाई है और आज भी निभा रहे है. इसीलिए पुलिस बल की मजबूती के लिए विविध बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. इसी कड़ी में चिखलदरा के हिरकेन पाईंट परिसर में पुलिस विश्रामगृह का शुभारंभ किया गया है. इस आशय का प्रतिपादन राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिले की पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने आज चिखलदरा में किया है.
जिला ग्रामीण पुलिस दल द्वारा चिखलदरा स्थित हिरेकन पॉईंट में निर्माण किये गये पुलिस विश्रामगृह का पालकमंत्री के हाथों उद्घाटन किया गया. इस समय वह बोल रही थी. इस अवसर पर जिप समाजकल्याण सभापति दयाराम काले, चिखलदरा नप अध्यक्ष विजया सोमवंशी, पुलिस अधिक्षक डॉ. हरिबालाजी एन, श्रीमती श्वेता के. हरिबालाजी, अप्पर पुलिस अधीक्षक श्याम घुगे, पुलिस उपअधीक्षक प्रदीप सूर्यवंशी, तहसीलदार श्रीमती माने, पुलिस निरीक्षक मानकर, चिखलदरा के थानेदार राहुल वाढवे आदि उपस्थित थे. पालकमंत्री ठाकुर ने कहा कि जिला पुलिस दल की ओर से पुलिस कर्मचारियों के लिए पुलिस हेल्थ एप, क्लब व क्रीड़ा संकुल, विश्राम कक्ष, उपहारगृह, महिलाओं के लिए स्वतंत्रत जीम जैसे बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है. इन सुविधाओं को जोड़ते हुए चिखलदरा के विश्रामगृह में भी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करायी गई है. ग्रामीण पुलिस अधीक्षक हरी बालाजी ने जिस तरह से सुविधाएं अमंल में लायी है वह सही मायनों में काबिलेतारीफ है. उन्होंने कहा कि इससे पूर्व रक्षादीप जैसा बेहतर उपक्रम भी चलाया है. पुलिस कर्मचारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों, लगातार काम व तनाव को देखते हुए उनकी सेहत व मनोबल बरकरार रखा जा सके इसके लिए यह उपक्रम करागर साबित होंगे. ऐसे अनेक उपक्रमों को पुलिस विभाग ने बढ़ावा देना चाहिए. बेहतर कामों के लिए निधि की कमी नहीं पड़ने दी जाएगी. इस समय श्वेता बालाजी ने बताया कि उनकी कल्पक्ता और बेहतर नियोजन से यहां के विश्रामगृह की सुविधाओं का सौंदर्यीकरण कर स्तर बढाया है.
इस दौरान चिखलदरा में बनाए जा रहे स्काय वॉक का निरीक्षण भी पालकमंत्री द्वारा किया गया.