अमरावती

सावधान : जिले में प्रतिबंधित बीटी बीज हुए दाखिल

दलाल सक्रिय, जालसाजी की संभावना, उपज पर असर

* जिले के सीमा पर हुई राज्य की पहली कार्रवाई
* प्रतिबंधित बीटी कपास बीज की खेप पकडी
अमरावती /दि.2- देश में बैन रहने वाले कपास के एचटीबीटी बीजों की खेप जिले के सीमा पर पकडी गई है. इस वर्ष प्रतिबंधित बीज पर हुई यह राज्य की पहली ही कार्रवाई है. जिससे किसानों को सतर्क रहने व प्रतिबंधित बीटी बीज की खरीदी नहीं करने की सलाह कृषि विभाग द्बारा दी जा रही है. कृषि विभाग ने बताया कि, प्रतिबंधित बीटी कपास बीज बिक्री करने वाले कंपनियों के दलाल अलग-अलग सीमा क्षेत्रों पर सक्रिय हो गये है. किसानों को विभिन्न प्रलोभन देकर उनसे जालसाजी की जा सकती है. इन प्रतिबंधित बीटी बीज के इस्तेमाल से उपज पर भी असर होने की संभावना है.
खरीफ का मौसम बस 1 महीने पर है, वहीं इस वर्ष 90 प्रतिशत बारिश का अनुमान मौसम विभाग ने लगाया है. वर्तमान में कपास को 12 हजार रुपए क्विंटल तक भाव मिल रहे है. जिससे इस वर्ष कपास फसल का बुआई क्षेत्र बढने की संभावना है. जिस कारण कपास के बीज की डिमांड बढ गई है. एक ओर मौसम की मार, फसल खराब होना, मजदूरों की कमी, बढती मजदूरी आदि से किसान वर्ग परेशान है. यहीं बात ध्यान में रखकर बीज की दलाली करने वाले दलाल प्रतिबंधित एचटीबीटी के बीजों की अलग-अलग नाम से बिक्री करने में जुट गये है. इस वर्ष जिले के मोर्शी, वरुड, धामणगांव आदि तहसीलों में यह दलाल सक्रिय हो गये है. बोंड इल्ली का प्रादूर्भाव होने से मानसून पूर्व कपास की बुआई नहीं हो, इसलिए मई अंत तक बीटी बीज के बिक्री पर शासन द्बारा बैन लगाया गया है. वैसे भी बाजार में बोलगार्ड, बोलगार्ड 2, तंत्रज्ञानयुक्त बीज 820 रुपए प्रति पैकेट बिक रहा है. इन बीजों पर बोलगार्ड का चिन्ह 2 खडी गुलाबी रेखाएं जांच कर लें, पैकेट पर वान का नाम, बैच नंबर, अंतिम मियाद व संबंधित बीज के बिक्री की अनुमति कौनसे राज्य की है, यह जांच कर व बिक्रेता से पक्का बिल लेने का आवाहन कृषि विभाग ने किसानों से किया है.

* इस नाम से बिकते है बीज
राउंड अप बीटी, तनावरची बीटी, एचटीबीटी, बीटी-3, विटगार्ड, आरआरबीटी आदि नाम से प्रतिबंधित बीटी बीज की बिक्री की जा सकती है. इन बीजों पर केंद्र सरकार के जनुकीय तंत्रज्ञान समिति ने बैन लगाया है. ऐसे बोगस बीज पर किसी भी प्रकार के तंत्रज्ञान, वान व बीज के गुणवत्ता का विवरण नहीं रहता.

* आंध्र, गुजरात, एमपी से पहुंचता है माल
प्रतिबंधित, अनधिकृत बीज आंध्रप्रदेश, गुजरात व मध्य प्रदेश से जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में बिक्री को आते है. वहां से अन्य जिलों में पहुंचाये जाते है. अमरावती, वर्धा व यवतमाल जिले के सीमावर्ती क्षेत्र धामणगांव, पुलगांव, बाभुलगांव व मध्य प्रदेश की सीमा पर बसे वरुड तहसील के दलालों का नेटवर्क रहने की जानकारी कृषि विभाग द्बारा दी गई.

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