खेलने की उम्र में यदि विवाह करवाया तो खबरदार!
बालविवाह रोकने हेतु बालकल्याण समिति ने दी है चेतावनी
अमरावती-दि.19 बाल विवाह प्रतिबंधक अधिनियम 2006 को अमल में लाना जरुरी है. कई बार लड़कियों को कोई भी निर्णय लेने की छूट नहीं दी जाती. अवैध रुप से होने वाले बाल विवाह के संदर्भ में जानकारी मिलने पर व उसे रोकने के लिए 1098 इस हेल्पलाईन पर संपर्क साधा जा सकता है. लड़कियों की खेलने की उम्र में यदि हाथ पीले कर दिये गये तो खबरदार? ऐसी चेतावनी बालकल्याण समिति ने दी है.
दरमियान गलत तरीके से होने वाले इस विवाह को रोका जाये व लड़कियों का जीवन सुरक्षित रहें, इसके लिए हेल्पलाईन सामाजिक संस्था एवं प्रशासन द्वारा एक साथ काम किये जाने से जिले में कोरोना के बाद बालविवाह रोकने में सफलता मिली है. बाल संरक्षण कक्ष,स्थानीय पुलिस, सामाजिक संस्था, महिला व बालविकास विभाग की संरक्षण अधिकारी, बाल सरंक्षण समिति के माध्यम से भी विवाह रोकने की जानकारी है.
बाल विवाह को रोकने के लिए प्रत्येक गांव में ग्राम बाल संरक्षण समिति स्थापित की गई है. बाल विवाह होते दिखाई देने पर 1098 इस नंबर पर निःशुल्क जानकारी दी जा सकती है या जिला बाल संरक्षण कक्ष को प्रत्यक्ष भेंट दे सकते हैं. बाल संरक्षण समिति यह कानून द्वारा स्थापित की जाने वाली बाल संरक्षण के लिए ही जिम्मेदार व्यवस्था है. प्रतिबंधक स्तर पर विविध यंत्रणा सेवा को अमल में लाना, वहीं लड़के अत्याचार, छेड़छाड़, उपेक्षित स्थिति में दिखाई देने पर उन्हें प्रतिसाद देना यह बाल संरक्षण समिति की मुख्य भूमिका है.
* गत 6 महीने में 24 शिकायतें
6 महीने में महिला व बालविकास अधिकारी के पास 24 शिकायतें दर्ज की गई थी. इस शिकायत के अनुसार महिला व बालविकास विभाग, पुलिस विभाग बाल ग्राम सुरक्षा समितियों के माध्यम से इसकी दखल ली गई है. जिले में गत 6 महीने में 24 बाल विवाह रोकने में बाल संरक्षण कक्ष, स्थानीय पुलिस, सामाजिक संस्था, महिला व बालविकास विभाग के संरक्षण अधिकारी को सफलता मिली है. वहीं दो घटनाओं में पुलिस में एफआयआर दर्ज है.
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जिले में बाल विवाह रोकने के लिए प्रत्येक गांव में ग्राम बाल संरक्षण समिति की स्थापना की गई है. 14 तहसीलों में इस समिति के चयनीत सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया है.
-अजय डबले, जिला बाल सुरक्षा अधिकारी, अमरावती
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बाल विवाह की समस्या बढ़ती ही जा रही है. गरीबी, शिक्षा का अभाव, कम उम्र में प्रेम का आकर्षण, बाल विवाह का प्रमाण कम करने हेतु ग्राम बाल संरक्षण समिति को सक्षमता से काम करना जरुरी है.
– सीमा भाकरे, एलसीपीओ, जिला बाल संरक्षण कक्ष
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फोटो- एफ-41
निराधार बच्ची को ‘प्रहार’ ने दिया आधार
* छोटू महाराज वसू ने करवाया उपचार
प्रतिनिधि/दि.19
अमरावती-हिंगणघाट का मुंद्रे परिवार अमरावती में उपचार के लिए आने पर शहर में अनजान होने के कार व उपचार के लिए पैसे न होने की बात प्रहार जनशक्ति पार्टी के जिला प्रमुख छोटू महाराज वसु को ज्ञात होते ही उनके सहयोग से मुंद्रे परिवार को आधार दिया.
वर्धा जिले के हिंगणघाट निवासी मुंद्रे परिवार किसी काम निमित्त गुरुवार को बडनेरा में आया. इस समय उनकी पांच वर्षीय बच्ची एकता की तबियत बिगड़ गई. उसे जिला सामान्य अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया. पश्चात उसे पीडीएमसी में उपचारार्थ रेफर किया गया. लेकिन गरीब परिस्थिति के कारण उनके पास उपचार के लिए पैसे नहीं थे. इस समय छोटू महाराज वसु ने इस बच्ची के उपचार हेतु मदद की. प्रहार जनशक्ति पार्टी के जिला प्रमुख छोटू महाराज वसू ने स्वखर्च से उस बच्ची का उपचार करवाया. बच्ची अपनी मां यशोदा मुंद्रे व दादी के साथ किसी काम निमित्त बडनेरा आयी थी. अचानक उसकी तबियत बिगड़ने से उसे जिला सामान्य अस्पताल के अपघात कक्ष में एक घंटे तक उपचार शुरु था. उस समय छोटू महाराज वहां पहुंचे, बच्ची की तबियत गंभीर होने के कारण उसे उचित उपचार मिले, इसके लिए जिला शल्य चिकित्सक निवासी वैद्यकीय अधिकारी से संपर्क किया गया. लेकिन तबीयत गंभीर होने के कारण उसे पीडीएमसी मेंं उपचारार्थ रेफर किया गया.
इस समय प्रशांत शिरभाते,सुधीर उगले,प्रवीण शिंदे,नितीन शिरभाते, प्रफुल्ल शाहाकार, सागर दाभने, आकाश गजभिये आदि उपस्थित थे.
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