अमरावतीमहाराष्ट्र

नायलॉन मांजा बेचा तो खबरदार…

पुलिस एवं मनपा के पथकों की कडी नजर, अपराध होगा दर्ज

अमरावती /दि.3– सरकार ने चायना मांजा कहे जाते नायलॉन मांजे की खरीदी-विक्री व प्रयोग पर प्रतिबंध लगा रखा है. इसके बावजूद कई लोग चोरी-छिपे तरीके से इस प्रतिबंधित मांजे की विक्री करते है. जिनके खिलाफ विविध धाराओं के तहत अपराध दर्ज किये जाते है और ऐसे लोगों को न्यायिक व पुलिस हिरासत में भी जाना पडता है. विगत एक माह के दौरान अमरावती शहर पुलिस ने 8 से अधिक कार्रवाईयां करते हुए 12 आरोपियों को चायना मांजा विक्री मामले में गिरफ्तार भी किया गया है.
बता दें कि, चायना मांजे की विक्री पुलिस महकमे के लिए एक तरह से सिरदर्द साबित हो रही है. क्योंकि एक ओर कई लोग चायना मांजे की चपेट में आकर घायल हो रहे है. वहीं दूसरी ओर अदालत द्वारा चायना मांजे की विक्री को रोकने के संदर्भ में गंभीरतापूर्वक सवाल-जवाब किये जा रहे है. जिसके चलते चायना मांजे की विक्री रोकने हेतु सडक पर उतरकर कार्रवाई करने की नौबत आन पडी है. हालांकि इसके बावजूद अमरावती शहर पुलिस चायना मांजे के खिलाफ कार्रवाई करने में सबसे अव्वल साबित हुई है.
ज्ञात रहे कि, गत वर्ष नायलॉन मांजे की चपेट में आकर अमरावती शहर में कई लोग गंभीर रुप से घायल हुए. जिनमें छोटे बच्चों की संख्या काफी अधिक रही. वहीं चायना मांजे की चपेट में आकर गला कट जाने की वजह से एक दुपहिया सवार युवक की मौत हुई थी. प्रतिवर्ष 14 जनवरी को संक्रांत पर्व के निमित्त बडे पैमाने पर पतंगबाजी की जाती है. वहीं इस बार कई युवाओं एवं बच्चों ने नवंबर माह से ही पतंगबाजी करनी शुरु कर दी है. कई पतंगबाजों द्वारा पतंग उडाने हेतु नायलॉन मांजे का प्रयोग किया जाता है, ताकि उनकी पतंगे न कटे, क्योंकि नायलॉन से बनने वाला चायना मांजा बेहद मजबूत होता है. ऐसे में पतंगों की पेंचबाजी के चलते टूटने के बाद बिजली के तारों, पेड की टहनियों और सडकों पर आकर अटकने वाले चायना मांजे की चपेट में आकर इंसानों सहित पशु-पक्षियों को नुकसान पहुंचने की पूरी संभावना रहती है. साथ ही अब तक चायना मांजे की चपेट में आकर कई लोगों की मौत भी हो चुकी है तथा कई लोग गंभीर रुप से घायल भी हुए है. ऐसी घटनाओं को बेहद गंभीरता से लेते हुए सरकार एवं अदालत ने चायना मांजे की खरीदी-विक्री व प्रयोग को प्रतिबंधित करने का आदेश जारी किया है. जिसके चलते पुलिस ने इसे लेकर हाल ही में अधिसूचना भी जारी की है. साथ ही साथ मनपा द्वारा भी चायना मांजे की विक्री करने वाले प्रतिष्ठानों के खिलाफ जमकर कार्रवाई की जा रही है.
दुपहिया सवारों को ज्यादा खतरा
धारदार चायनीज यानि नायलॉन मांजे का सबसे अधिक खतरा दुपहिया सवारों को होता है. हवा में तैरते रहने वाला नायलॉन मांजा बेहद पास आने तक भी दिखाई नहीं देता और अच्छी-खासी रफ्तार में रहने वाले दुपहिया सवार के इसकी चपेट में आने पर पलक झपकते ही उसका गला अथवा गाल, नाक व कान जैसे नाजूक अंग एक झटके में कट जाते है, ऐसे में दुपहिया चलाते समय हेल्मेट का प्रयोग करने के साथ ही गले व चेहरे पर स्कॉर्फ या बडा रुमाल बांधना जरुरी होता है. साथ ही दुपहिया वाहन की रफ्तार भी कम रखनी चाहिए, ताकि अचानक ही चायना मांजा शरीर से टकराए, तो उसे हाथ से पकडकर बाजू किया जा सके.

* पक्षियों की भी जाति है जान
नायलॉन मांजा यह इंसानों के साथ-साथ पशु-पक्षियों के लिए भी बेहद घातक साबित होता है. कई पक्षियों की नायलॉन मांजा की चपेट में आकर मौत भी हुई है और कई बार पक्षियों के पंख नायलॉन मांजे की वजह से कट जाती है.

* नायलॉन व चायना मांजे की विक्री व प्रयोग पर कडा प्रतिबंध है. ऐसे में प्रतिबंधित मांजे की खरीदी-विक्री व प्रयोग करने वाले के खिलाफ शहर पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए अपराध दर्ज किये गये है और 12 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है. साथ ही अमरावती शहर पुलिस ने 2.73 लाख रुपए मूल्य का चायना मांजा भी जब्त किया है, ऐसी कार्रवाईयां आगे भी जारी रहेगी.
– नवीनचंद्र रेड्डी,
शहर पुलिस आयुक्त,
अमरावती.

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