बरसात में जलजन्य बीमारियों से रहे सावधान
पीने का पानी पीये उबालकर, छोटे बच्चों-वृद्धों की लें दखल
अमरावती/दि.13-बारिश के दिनों में बीमारियां भी बड़े पैमाने पर पैर पसारती है. बारिश का पानी यह अनेक स्थानों से बहते हुए नदी-नाले, तालाब व कुओं में जमा होता है. इस दूषित पानी के कारण अनेक बीमारियां होती है. ऐसी स्थिति में पानी को उबालकर व उसे ठंडा कर पीने से जलजन्य बीमारियों से घर में ही अपनी सुरक्षा करना संभव है. छोटे बच्चों व वृद्धों की रोग प्रतिकार शक्ति कम होती है. इसलिए उन पर दूषित पानी का असर होने की संभावना बड़े पैमाने पर रहती है. बारिश के दिनों में बच्चों व वृद्धों की उचित देखभाल करना आवश्यक होता है.
बारिश के दूषित पानी में अत्यंत घातक विषाणु निर्माण होते हैं. ऐसा दूषित पानी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. पानी पीने से पूर्व निर्जंतुकीकरण करना आवश्यक है. पानी को उबालकर पीने की सलाह तज्ञों द्वारा दी जाती है. पानी उबालने से पानी के जीव जंतु मर जाते हैं और पानी शुद्ध होता है. यह निर्जंतुकीकरण हुआ पानी पीने के लिए उचित होता है.
* निर्जंतुकीकरण के लिए क्या करें?
मेडिकल स्टोअर्स में जीवन ड्रॉप मिलता है. इसके इस्तेमाल करने से पानी को निर्जंतुकीकरण किया जा सकता है. घर में साफ कपड़े से पानी को छान लें. पश्चात उबालकर पानी के जीवजंतुओं को मारकर पानी निर्जंतुकीकरण करें. पानी में फिटकरी घुमाये.
बारिश के दिनों में दूषित पानी के कारण स्वास्थ्य की समस्या निर्माण हो सकती है. जिसके चलते पीने का पानी छानकर या जल शुद्धिकरण यंत्र का इस्तेमाल कर स्वच्छ करना चाहिए. पानी को उबालकर पीये. बारिश के दिनों में तबियत बिगड़ने पर तुरंत डॉक्टरों की सलाह लें.
– डॉ. दिलीप रणमले, जिला स्वास्थ्य अधिकारी