अमरावती

खबरदार, जो लाउडस्पीकर को हाथ लगाया

बसपा शहराध्यक्ष सुदाम बोरकर ने दी चेतावनी

अमरावती/दि.5– इस समय मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर होनेवाली अजान को लेकर राज्य में राजनीतिक वातावरण तपा हुआ है, क्योंकि मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने बीते दिनों राज्य सरकार को 4 मई तक का अल्टीमेटम देते हुए सभी मस्जिदों के लाउडस्पीकर हटाने की मांग उठाई थी. जिसके बाद इस मांग के समर्थन व विरोध में आवाजें उठनी शुरू हो गई और रिपाइं नेता व मंत्री रामदास आठवले सहित रिपाइं के महासचिव डॉ. राजेेंद्र गवई ने मस्जिदों में लाउडस्पीकर के समर्थन को लेकर आवाज उठाई थी. वहीं अब बहुजन समाज पार्टी भी मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर के समर्थन में आगे आ गई है. जिसके तहत बसपा के शहराध्यक्ष सुदाम बोरकर ने चेतावनी दी है कि, अगर किसी ने भी मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों को हाथ भी लगाने की कोशिश की, तो इसके परिणाम बेहद गंभीर होंगे.
इस संदर्भ में सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो जारी करते हुए बसपा शहराध्यक्ष सुदाम बोरकर ने ऐलान किया कि, फ्रेजरपुरा परिसर की सभी मस्जिदों का संरक्षण बसपा द्वारा किया जायेगा और अगर किसी में दम है, तो वह केवल लाउडस्पीकर को हाथ लगाकर दिखाये. लेकिन ऐसा करने से पहले अंजाम भुगतने के लिए भी तैयार रहे. विगत 3 मई को रमजान ईदवाले दिन फ्रेजरपुरा परिसर स्थित डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के पुतले के समक्ष बसपा के शहराध्यक्ष सुदाम बोरकर ने बौध्द धर्मगुरू भंतेजी सहित क्षेत्र के सर्वधर्मिय समाजबंधुओं के साथ उपस्थित रहकर करीब 9 मिनट तक फेसबुक लाईव आते हुए अपना वीडियो संदेश प्रसारित किया. जिसमें उन्होंने कहा कि, भारतीय संविधान में सभी जाति व धर्म के लोगों को अपनी-अपनी श्रध्दा व मान्यता के अनुसार जीवन जिने का अधिकार दिया है और जब राज ठाकरे का जन्म भी नहीं हुआ था, उससे भी कई वर्ष पहले मस्जिदों पर अजान देने के लिए लाउडस्पीकर लगे हुए थे. जिनका आज तक किसी भी सरकार के कार्यकाल दौरान विरोध नहीं हुआ. ऐसे में अब अगर अपनी राजनीति चमकाने के लिए मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों को हटाये जाने की बात कही जा रही है, तो इसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.

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