अमरावतीमहाराष्ट्रमुख्य समाचारलेख

शुन्य से विश्व साकार करने वाले भविष्यद्रष्टा उद्योजक थे भागचंद बजाज

आज 10 वें पुण्यस्मरण पर विशेष आलेख

इस धरती पर जन्म लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति को स्वकर्तव्य के साथ-साथ सामाजिक हितों को भी देखना पडता है. क्योंकि हम सभी पर कुछ न कुछ सामाजिक जिम्मेदारियां होती है. लेकिन कुछ समृद्ध व्यक्तित्व ऐसे भी होते है, जो इस जिम्मेदारी को अपने दायरे से बाहर जाकर पूरा करते है. जिसके चलते उनके द्वारा किये गये कामों की विरासत समाज को प्रेरणा देने का काम करती है और अविरत चलती रहती है. ऐसे ही समृद्ध व्यक्ति थे स्व. भागचंद बजाज जिन्होंने शहर के व्यापारिक व व्यवसायिक क्षेत्र के दायरे को कुछ इस तरह से आगे बढाया कि, आज अमरावती शहर के व्यापार जगत का चेहरा-मोहरा ही बदल गया है. साथ ही भागचंद बजाज के पगचिन्हों पर चलकर शहर के कई व्यापारी व व्यवसायी सफलता प्राप्त कर रहे है.
बता दें कि, किसी समय अमरावती शहर के प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों में व्यवसाय करने वाले व्यापारियों को दुकानों की आसमान छूती कीमतें, भारी भरकम पगडी व किराए के साथ ही पार्किंग की समस्या तथा ऑक्ट्रॉय व एलबीटी की दिक्कतों से जुझना पडता था. ऐसे में भविष्य की जरुरतों एवं व्यापार क्षेत्र की संभावनाओं को करीब 2 दशक पहले भांपते हुए भागचंद बजाज ने शहर से बाहर बिजीलैंड नामक भव्य एवं विस्तुत व्यापारिक संकुल साकार करने की संकल्पना पर काम करना शुुरु किया. यह अपने आप में एक बेहद अनूठी पहल थी और उस समय शहर के बीचोंबीच व्यवसाय करने के आदी रहने वाले व्यापारियों को शहर से 7-8 किमी दूर दुकाने लेकर व्यवसाय करने हेतु राजी करना इतना आसान भी नहीं था. लेकिन भागचंद बजाज ने यह कारनामा भी कर दिखाया और देखते ही देखते बिजीलैंड व्यापारिक संकुल की पहचान होलसेल कपडा व होजीयरी मंडी के तौर पर होने लगी. जहां से पूरे देश भर में पकडे व होजियरी का माल जाता है. साथ ही आज बिजीलैंड मार्केट में आईसीआईसीआई, भारतीय स्टेट बैंक व एचडीएफसी बैंक की शाखाएं खुल गई है. सबसे खास बात यह है कि, शहर के प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों में स्थित छोटे-छोटे मार्केटों की बेहद छोटी संकरी दुकानों में व्यवसाय करने वाले व्यापारियों को भागचंद बजाज ने बैंकों व वित्तीय संस्थाओं से कर्ज उपलब्ध करवाते हुए बिजीलैंड मार्केट में उनकी दुकानों का जमीन से आसमान तक मालिकाना हक दिलवाया. यह भागचंद बजाज की सोच का ही परिणाम है कि, आज बिजीलैंड मार्केट में एस. मनोहरलाल, आराधना व श्रद्धा साडीज जैसे बडे-बडे कपडा प्रतिष्ठान है. साथ ही बिजीलैंड की सफलता को देखते हुए इसी मार्ग पर अन्य दो भव्य व्यापारिक संकुल भी साकार हो चुके है. वहीं अन्य व्यापारिक संकुल भी बनने की कतार में है.
परंतु दुर्भाग्य की बात यह है कि, अमरावती शहर के व्यापार जगत को लेकर 20 साल पहले एक अनूठा अपना देखने वाले भागचंद बजाज आज हमारे बीच नहीं है और 10 वर्ष पूर्व एक दुर्भाग्यजनक घटना के चलते भागचंद बजाज ने हम सभी से हमेशा के लिए विदा ले ली थी. परंतु उनकी विरासत को उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मधुकांता बजाज, दो पुत्र जयराज व रोहितराज और दो भाईयों सुभाष व सुनील बजाज ने आगे बढाने का काम जारी रखा है.
10 वें पुण्यस्मरण पर दिवंगत भागचंद बजाज की स्मृतियों को अदरांजलि.
– डॉ. गोविंद कासट व आसनराज हेमवानी,
अमरावती.

Related Articles

Back to top button