उत्साह से मनाया भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव
दर्यापुर में भक्तिभाव से की गई पूजा-अर्चना

दर्यापुर/दि.10– भगवान महावीर का जन्मकल्याणक महोत्सव आज श्री 1008 मल्लिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में बडे ही उत्साह से मनाया गया. सर्वप्रथम भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव का उद्घाटन अकोला के सेवानिवृत्त कार्यकारी अभियंता शरदचंद्र वाकले के हाथों ध्वजारोहण कर किया गया. इसके पश्चात मंदिर में पंचामृत अभिषेक, महावीर का पूजन, जन्म कल्याणक, अष्टक विधान, पूजा अर्चना बडे ही भक्तिभाव से की गई. भगवान महावीर का जन्मकल्याणक महोत्सव अनोखे तरीके से मनाया गया. इस कार्यक्रम में त्रिशला माता छायाताई व सिद्धार्थ राजा बनने का सौभाग्य विनोदराव टोपरे को प्राप्त हुआ. इसमें त्रिशला माता को दिखे 16 स्वप्न विविध रूप में नृत्य के माध्यम से पद्मावती महिला मंडल ने प्रस्तुत किया. इसमें कल्पना आगरकर, त्रिशला दर्शनाथेरे, वर्षा आगरकर, सुवर्णा वरुडकर ने प्रस्तुति दी. त्रिशला माता की ओटी भराई हुई. जिसका सौभाग्य पुण्यलाभ प्रीतीताई आगरकर अकोला को प्राप्त हुआ. इस समय आर्या योगेश डोलस ने महावीर भगवान की जीवनी पर आधारित मनोगत व्यक्त किया. पश्चात भगवान महावीर का जन्म उत्सव मनाया गया. इस दौरान सभी भक्तों पर रत्नों की वर्षा की गई. भगवान महावीर को पलने में डालकर उनके विविध वीर, अतिविर, वर्धमान, व महावीर नाम रखा गया. प्रथम पालना झूलाने का पुण्यलाभ स्वातीताई वाकळे अकोला को मिला. इस समय सभी महिलाओं ने भगवान महावीर के पलने को झूलाने का पुण्य प्राप्त किया. सभी कार्यक्रम में मेघा महेश शहा का सहयोग प्राप्त हुआ. इस समय दर्यापूर के सकल जैन समाज के श्रावक श्राविकाएं बडी संख्या में उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मंदिर के अध्यक्ष मोहन आगरकर, विलासराव वरुडकर, मनोहर खंडारे, सकल जैन संघ के अध्यक्ष श्याम आगरकर, प्रशांत थेरे, पंडितजी अमोल विटालकर, विलास महाजन, आशिष उखलकर, सौरभ अशोकराव फुरसुले, दीपक खंडारे, प्रवीण आगरकर, प्रकाश टोपरे, दिनेश मोहता, किरण शहा, जितेंद्र पोपटाणी, योगेश मोहता, भावेन दोशी, जयेश दोशी, जनेंद्र वरुडकर, विजय फुलंबकर, योगेश डोलस, तन्मय महाजन, विहान महाजन, तहसील के वडनेरं गंगाई वरुड बु के समाजबंधु दिपकराव बोडखे, नितीन ढोले, अक्षय बोडखे आदि ने प्रयास किए. कार्यक्रम का संचालन पद्मावती महिला मंडल की अध्यक्षा कल्पनाताई मोहनराव आगरकर ने किया. आभार राजू थेरे ने माना. कार्यक्रम में मीना फुरसुले, संजय फुरसुले मुंडगाव और टीम ने संगीत में साथ दिया. कार्यक्रम के अंत में सभी को महाप्रसाद का वितरण किया गया. दर्यापूर के जैन उपा श्रय भवन बनोसा में महाप्रसाद से महोत्सव का समापन हुआ.