क्षेत्र बडनेरा का और पेड कटाई की अनुमति भाजी बाजार जोन ने दी
संतप्त वृक्षपे्रेमी और नागरिकों ने रूकवाई कार्रवाई
* मनपा के उद्यान विभाग के अधिकारियों को लिया आडे हाथों
अमरावती/ दि. 2- शहर के सातुर्णा एमआयडीसी के आगे स्थित श्रीकृष्ण विहार परिसर में करीबन 200 साल पुराने नीम के घने पेड की छटाई करने के नाम पर आज उसे काटा जा रहा था. लेकिन यह बात परिसर के नागरिक व वृक्षप्रेमियों के ध्यान में आते ही उन्होंने इस कार्रवाई को रोक दिया. पश्चात मनपा के उद्यान विभाग के अधिकारियों को घटनास्थल बुलाकर आडे हाथों लिया. विशेष यानी यह क्षेत्र मनपा के बडनेरा जोन में आता रहने के बावजूद पेड के छटाई की अनुमति भाजी बाजार जोन द्बारा दिए जाने से आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक सातुर्णा एमआयडीसी परिसर के आगे दिल्ली पब्लिक स्कूल है. इस स्कूल के पास श्री कृष्ण विहार परिसर है. जहा नागरिकों की बस्ती हैं. इस परिसर में करीबन 200 वर्ष पुराना नीम का घना पेड है. यह संपूर्ण परिसर जोन अंतर्गत आता है. लेकिन यहां रहनेवाले मोनेश दिनेश लाचुरे नामक व्यक्ति ने मनपा के पश्चिम जोन भाजी बाजार में 23 अप्रैल को आवेदन कर वर्षो पुराने नीम के पेड की टहनियां काटने की अनुमति मांगी. इसके तहत भाजी बाजार जोन के सहायक आयुक्त देशमुख ने पेड की छटाई की अनुमति दे दी. अनुमति मिलने के बाद आज मोनेश लाचुरे कामगारों के साथ इस पेड की टहनियां काटने के नाम पर उसकी कटाई कर रहा था. यह बात परिसर के नागरिकों व वृक्षप्रेमियों के ध्यान में आते ही उन्होंने घटनास्थल पहुंचकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया और मनपा के उद्यान विभाग के अधिकारियों को तत्काल घटनास्थल बुलाकर पेड की कटाई को रोकने लगाया. नागरिकों का कहना था कि यह क्षेत्र बडनेरा जोन में आता है. इसके बावजूद भाजी बाजार जोन ने इस पेड की छटाई की अनुमति कैसे दी ? साथ ही इस परिसर में वर्षो पुराने घने पेड हैं. घने पेडों की इस छांव से ग्रीष्मकाल के इस मौसम में परिसर के नागरिकों सहित मूक जानवरों को छांव मिलती है. लेकिन अधिकारियों से सांठगांठ कर 200 वर्ष पुराने इस घने पेड को छटाई के नाम पर काटा जा रहा था. नागरिकों ने इसे रोक दिया है.
* दे सकते है कोई भी अनुमति
श्रीकृष्ण विहार परिसर भले ही बडनेरा जोन अंतर्गत आता हो, लेकिन टैक्स वसूली का काम भाजीबाजार जोन कार्यालय का है. इस कारण भाजी बाजार जोन भी पेड की छटाई की अनुमति दे सकता है. इसमें कुछ गलत नहीं है.
धनंजय, शिंदे,
सहायक आयुक्त बडनेरा जोन