गजानन महाराज की जयकारों से भानखेडा परिसर गूंज उठा
पादुका का दर्शन लेने के लिए हजारों भक्तों की भीड
* अनेकों ने लिया महाप्रसाद का लाभ
अमरावती/दि.18– गण- गण बोते के जयघोष से रविवार को भानखेडा परिसर गूंज उठा था. गजानन महाराज के पादुका के दर्शन लेने के लिए भक्तों की भानखेडा परिसर की मातोश्री वृध्दाश्रम परिसर में भीड लगी थी. उस जगह पर गजानन महाराज की महाआरती और महाप्रसाद से लोगों में शेगांव की अनुभूति महसूस हो रही थी.
मोताला में स्व. भगवानराव देशमुख को स्वयं गजानन महाराज ने अपनी पादुका दी थी. इस बात को अब 125 वर्ष पूरे हो गए है. गजानन महाराज की पादुका का दर्शन लेना हर आदमी को संभव नहीं होता. इस समस्या को ध्यान में रखकर संत गजानन महाराज के भक्तों की ओर से मातोश्री वृध्दाश्रम के परिसर मेें पादुका का पूजन ऐर स्वागत किया गया.गजानन महाराज की पादुका मार्ग पर जगह-जगह पर आकर्षक रंगोलियां निकाली गई थी. इसके अलावा मातोश्री परिसर कमान से सजाया गया था. वृध्दाश्रम के सभागृह में महाराज की पादुका का पूजन किया गया. उसके बाद महाआरती का आयोजन किया गया.
इस समय वृध्दाश्रम के लिए जगह देनेवाले सुखदेवराव राउत, दिनेश देशमुख, सुशीलाताई उंबरकर, सरस्वती टावरे आदि मान्यवरों का भक्तों की ओर से शाल, श्रीफल व विजयग्रंथ देकर सम्मान किया गया. पादुका दर्शन समारोह की सफलता के लिए किरण शेगोकार, विनोद गुहे, पूर्व नगर संजय वानरे, प्रवीण शेगोकार, किशोर तलखंडकर, संजय नाडे, प्रवीण कारंजकर, अपर्णा हाडे, पुष्पा ठाकरे, वंदना साखरकर, नीलिमा बहाड, नम्रता भोंडे, पूजा सावले, पल्लवी निंभोरकर, किरण खोडके, किशोर इंगोले, राजेश शेरेकर, मनोज खोडके, योगेश देशमुख, राहुल देशमुख, प्रशांत महल्ले, विशाल शेंडे, मंगेश बडगे, प्रभाकर बहाले, अक्षय देशमुख, रूद्रकार सहित भक्तों ने परिश्रम लिए.
हजारों ने लिया महाप्रसाद का लाभ
श्रीं की पादुका दर्शन के लिए आए सैकडों भक्तों के लिए महाप्रसाद का आयोजन किया गया था. अतिशय नियोजनबध्द तरीके से महाप्रसाद वितरण कार्यक्रम संपन्न हुआ.