अमरावतीमहाराष्ट्र

भारतभूमि को मिली ममता की छांव यानी अहिल्यादेवी होलकर

आशुतोष अडोणी का कथन

* अमृतमंथन व्याख्यानमाला के ज्ञानयज्ञ की पुण्यश्लोक तपपूर्ति
अमरावती/दि.7-पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर का 300 वां जयंती वर्ष मनाया जा रहा है. अमृतमंथन व्याख्यानमाला के माध्यम से विगत 12 वर्षों से परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है. पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर के व्यक्तित्व के स्मरण की आहुति इस ज्ञानयज्ञ तपपूर्ति सिद्ध हो रही है. अहिल्यादेवी का व्यक्तित्व समाज के लिए प्रेरक है. समृद्ध संस्थान इंदौर की सत्ता हाथ में रहने पर हिंदवी स्वराज्य की ध्येय रखने की अहिल्यादेवी का कर्तव्य और व्यक्तित्व भारतभूमि को मिली ममता की छांव है, यह बात अमृतवक्ता आशुतोष अडोणी ने कही.
तुषार भारतीय मित्र मंडल द्वारा साईनगर स्थित साई लॉन में तीन दिवसीय अमृतमंथन व्याख्यानमाला आयोजित की गई थी. इस व्याख्यानमाला के तीसरें व अंतिम पुष्प में आशुतोष अडोणी ने अपने विचार रखे. कार्यक्रम की प्रस्तावना आयोजक तुषार भारतीय ने रखी. इस अवसर पर श्रोतावर्ग की ओर से वक्त आशुतोष अडोणी का सत्कार किया गया. संचालन ज्योति चांदूर ने किया. आभार ज्ञानेश्वर टाले ने माना.

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