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भातकुली पुलिस है महिलाओं के लिए असंवेदनशील

पत्रवार्ता में प्रीति साहू ने लगाया आरोप

* महिलाओं हेत सत्याग्रह फोरम के गठन की घोषणा
अमरावती/दि.3 – विगत दिनों भातकुली पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत इब्राहिमपुर गांव मेें तीन लोगों ने मिलकर एक महिला के साथ सरेआम मारपीट करते हुए उसे अर्धनग्न कर दिया. इसकी शिकायत मिलने के बाद ही भातकुली पुलिस ने उस महिला की कोई सहायता नहीं की और उसे एम्बुलेंस में डालकर दवाखाने भी नहीं पहुंचाया. इससे यह स्पष्ट होता है कि, भातकुली पुलिस महिलाओं के लिए पूरी तरह से असंवेदनशील है. ऐसे में महिला को अर्धनग्न कर उसके साथ मारपीट करने वाले आरोपियों के साथ ही भातकुली थाने के असंवेदनशील अधिकारियों व कर्मचारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. इस आशय की मांग सामाजिक कार्यकर्ता प्रीति साहू द्बारा उठाई गई है. साथ ही प्रीति साहू ने यह घोषणा भी की है कि, महिलाओं के हक और सम्मान हेतु वे जिले की महिलाओं को साथ लेकर सत्याग्रह फोरम का गठन कर रही है और इस फोरम द्बारा अन्यायग्रस्त महिलाओं के लिए काम किया जाएगा.
स्थानीय जिला मराठी पत्रकार संघ के मराठी पत्रकार भवन में बुलाई गई पत्रवार्ता में उपरोक्त प्रतिपादन करने के साथ ही प्रीति साहू ने कहा कि, अमरावती जिले को ‘ताईंचा जिल्हा’ कहा जाता है और मां अंबा व मां एकवीरा की इस धरती को महिलाओं के सम्मान हेतु पहचाना जाता है. लेकिन इसी अमरावती जिले की भातकुली तहसील अंतर्गत इब्राहिमपुर गांव में एक अधेड महिला को सरेआम अर्धनग्न करते हुए बेइज्जत करने का काम हुआ है. जिसे आम लोगों की रक्षा के लिए तैनात भातकुली पुलिस ने बिल्कूल भी गंभीरता से नहीं लिया है. ऐसे में मारपीट की वजह से बुरी तरह घायल वह महिला काफी देर तक अर्धनग्न अवस्था में ही खुले में पडी रही. इस दौरान पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसकी सुध लेने या उसे इलाज हेतु अस्पताल पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई. वहीं थोडी देर बात मौके पर पहुंचे महिला के बेटे ने अपने मां के कपडे को ठीक किया और वह उसे सीधे पुलिस आयुक्त कार्यालय लेकर गया. जहां पर पुलिस आयुक्त से न्याय मिलने की गुहार लगाई गई.
इस पत्रवार्ता में प्रीति साहू ने यह भी कहा कि, इब्राहिमपुर गांव में रहने वाले शंकर चव्हाण व संतोष चव्हाण सहित एक महिला से पीडित परिवार का विगत 22 मार्च से विवाद चल रहा था. जिसे लेकर पीडित महिला ने करीब 4 बार भातकुली पुलिस को सूचित किया. लेकिन पुलिस ने इसके बावजूद आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. जिससे आरोपियों का हौसला बढ गया और उन्होंने महिला को अर्धनग्न करते हुए उसकी सरेआम पीटाई करने की हिम्मत जुटा ली. यदि इस मामले में पहले ही सख्त कदम उठाए गए होते, तो इस घटना को टाला जा सकता था. ऐसे में बेहद जरुरी है कि, आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ-साथ इस मामले पर गंभीरता नहीं दिखाने वाले भातकुली थाने के पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई की जाए.
इसके साथ ही प्रीति साहू ने यह भी कहा कि, ऐसी ही महिलाओं की सहायता के लिए उन्होंने सत्याग्रह फोरम का गठन किया है और यदि किसी भी महिला की शिकायत पर पुलिस द्बारा कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वे सीधे सत्याग्रह फोरम के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंचे. इस पत्रवार्ता में प्रीति साहू के साथ ही जयश्री चांडक, कोमल बद्रे, संगीता मडावी, रोशनी वाकडे, रजनी घारडे, सोनाली देशमुख, हेमंत पांडे, आनंद आमले आदि भी उपस्थित थे.

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