भीममय हुआ शहर, इर्विन चौराहे पर उमडा भीम सागर
भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की 132 वीं जयंती मनी धूमधाम से
* जगह-जगह से निकली रैली व शोभायात्रा, विभिन्न स्थानों पर दी गई आदरांजलि
* विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्यों ने किया संविधान निर्माता को नमन
* इर्विन चौराहे पर आदरांजलि हेतु सुबह से लगी रही भीड, कडी धूप मेंं भी कतारबद्ध रहे अनुयायी
अमरावती/दि.14 – महामानव कहे जाते संविधान निर्माता भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की 132 वीं जयंती आज अमरावती शहर सहित जिले में बडे हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. स्थानीय इर्विन चौराहे पर स्थित डॉ. आंबेडकर पुतला व स्मारक परिसर में अदरांजलि का मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जहां पर आज पूरा दिन भीम अभिवादन करने भीम अनुयायियों की अच्छी खासी भीड रही और चिलचिलाती धूप के बावजूद भीम अनुयायी आंबेडकर पुतले पर माल्यार्पण करने हेतु कतारबद्ध होकर खडे दिखाई दिए जहां पर राजनीतिक, सामाजिक, शैक्षणिक व सांस्कृतिक क्षेत्र से वास्ता रखने वाले कई गणमान्यों ने भी उपस्थित होकर संविधान निर्माता की स्मृतियों का अभिवादन किया. साथ ही आंबेडकर पुतले पर माल्यार्पण करते हुए अदरांजलि अर्पित की.
भारतरत्न डॉ. आंबेडकर की जयंती उपलक्ष्य में आज शहर के विभिन्न इलाकों से रैलियों व शोभायात्राओं का आयोजन किया गया. जिसमें शामिल भीम अनुयायी गाजे-बाजे के साथ इर्विन चौराहे पर पहुंचे. जहां पर सभी ने भीम अभिवादन किया. इसके साथ ही शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर आज भीम अभिवादन के कार्यक्रम आयोजित किए गए थे. जहां पर दिन भर सामाजिक व सांस्कृतिक उपक्रम चलाते हुए संविधान निर्माता को आदरांजलि अर्पित की गई. ऐसे में आज पूरा शहर भीममय हुआ नजर आ रहा था. साथ ही शहर में हर ओर ‘जय भीम’ का उद्घोष भी सुनाई दे रहा था.
* सांसदों व विधायकों सहित विभिन्न गणमान्यों ने दी आदरांजलि
आज स्थानीय इर्विन चौराहे पर संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की स्मृतियों का अभिवादन करने हेतु भीम अनुयायियों के साथ-साथ समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत गणमान्यों की भी मौजूदगी रही. जिसके तहत जिले की सांसद नवनीत राणा, राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे, पूर्व मंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल एवं यशोमति ठाकुर, विधायक सुलभा खोडके व रवि राणा, पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख व जगदीश गुप्ता, राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके, मनपा आयुक्त प्रवीण आष्टीकर, पूर्व महापौर विलास इंगोले व चेतन गावंडे, पूर्व सभागृह नेता तुषार भारतीय, पूर्व नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व स्थायी सभापति राधा कुरील, सचिन रासने व भालचंद्र घोंगडे, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष भैया पवार, प्रदेश सचिव किशोर बोरकर, महिला शहराध्यक्ष प्रा. अंजलि ठाकरे, भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर, पूर्व शहराध्यक्ष जयंत डेहनकर, महिला प्रदेश उपाध्यक्ष शिल्पा चौधरी पाचघरे, पूर्व पार्षद रतन डेंडूले, सुरेखा लुंगारे, रिता मोकलकर व रश्मी नावंदर, भाजपा एससी सेल के संजय आठवले, मंडल पदाधिकारी राजू मेटे, राकांपा पदाधिकारी जितू ठाकुर, किशोर देशमुख व किशोर भुयार तथा ख्यातनाम उद्योजक व सामाजिक कार्यकर्ता नितिन कदम आदि सहित अनेकों क्षेत्रों के मान्यवर उपस्थित थे.
* रात 12 बजे काटा गया 132 किलो का केक
भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की 132 वीं जयंती का औचित्य साधते हुए स्थानीय इर्विन चौराहे पर डॉ. आंबेडकर पुतला स्मारक समिति एवं विभिन्न आंबेडकरी संगठनों द्बारा रात ठीक 12 बजे 132 किलो का केक काटा गया और बाबासाहब के बर्थ-डे की खुशियां मनाई गई.
* विभिन्न कार्यक्रमों की रही रेलमपेल
डॉ. बाबासाहब आंबेडकर जयंती उपलक्ष्य में स्थानीय इर्विन चौराहे पर पूरा दिन एक से बढकर एक सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमोें का आयोजन चलता रहा. जिसका इर्विन चौराहे पर उपस्थित सभी भीम अनुयायियों ने जमकर आनंद लिया.
* आकर्षक रंगोली से सजाया गया पुतला परिसर
डॉ. आंबेडकर जयंती उपलक्ष्य में ख्यातनाम रंगोली कलाकार वैष्णवी घीमे द्बारा डॉ. आंबेडकर पुतला एवं स्मारक परिसर के चारों ओर बेहद आकर्षक रंगोली निकाली गई थी. जिससे पूरा परिसर बेहद सजा-धजा व खूबसूरत नजर आ रहा था.
* संविधान का अवमान करने वालों को भीम अभिवादन का अधिकार नहीं
– आंबेडकर जयंती पर गरजी पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर
स्थानीय इर्विन चौराहे पर संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की जयंती अवसर पर भीम अभिवादन करने पहुंची पूर्व जिला पालकमंत्री व विधायक एड. यशोमति ठाकुर ने कहा कि, पवित्र संविधान की अवमानना करते हुए राज्य की सत्ता में आए लोगों को सत्ता में रहने के साथ ही आज आंबेडकर जयंती पर भीम अभिवादन करने का भी कोई अधिकार नहीं है. पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर के मुताबिक इस समय केंद्र एवं राज्य की सत्ता में रहने वाले लोगों द्बारा खुद को संविधान का सबसे बडा हितैशी व रक्षक बताया जा रहा है. जो पूरी तरह से झूठ है, क्योंकि उन्होेंने हर कदम पर संविधान की अवमनना व उल्लंघन करने का काम किया है. ऐसे में उन्हें आंबेडकर जयंती पर भीम अभिवादन करने का भी कोई अधिकार नहीं है.