अमरावती/दि.26 – 25 दिसंबर को डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने मनुस्मृति दहन किया था. मनुस्मृति ग्रंथ में महिलाओं की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाया गया था. जिसके विरोध में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने मनुस्मृति का दहन किया था. इसी दिन के अवसर पर भीम बिग्रेड संगठना द्वारा इर्विन चौक में मनुस्मृति का दहन किया गया और मनुस्मृति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. 25 दिसंबर 1927 को डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने महाड में मनुस्मृति का दहन किया था. इसी दिन राज्यभर में मनुस्मृति का दहन कर निषेध व्यक्त किया जाता है.
इसी श्रंखला मे स्थानीय इर्विन चौक पर भीम बिग्रेड द्वारा मनुस्मृति का दहन कर मनुस्मृति के विरोध में नारेबाजी कर निषेध व्यक्त किया गया. इस अवसर पर भीम बिगे्रड संगठना के संस्थापक अध्यक्ष राजेश वानखडे, जिला प्रमुख विक्रम तसरे, शहर कार्यध्यक्ष नितिन काले, उमेश दुर्योधन, रुपेश तायडे, अशोक नंदागवली, प्रवीण वानखडे, धर्मशील मेश्राम, संघपाल डोंगरे, ऋषिकेश उके, वीरेंद्र किर्तन, अजय तायडे, सतीश दुर्योधन, मंगेश आठवले आदि उपस्थित थे.