अमरावती

भीमराव पांचाले सामाजिक परिवर्तन में महत्वपूर्ण योगदान- प्रेमानंद गजवी

गझल नवाज पांचाले का भव्य नागरिक सत्कार

अमरावती/ दि.1 – डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने समाज के लिए केवल आंदोलन नहीं किया. उन्होंने कला भी संजोके रखी. डॉ. बाबासाहब आंबेडकर से ही कला की धरोहर भीमराव पांचाले को मिली. इसे वे आगे बढा रहे है. समाज में संगीतकार, कलाकार, नाटककार, लेखक, कवी, साहित्यीक है. डॉ. बाबासाहब का ऋण उतारने की लालसा इस समाज में निर्माण हुई है. इसका दुनिया में तोड नहीं है. संगीत दैविक बात नहीं इसे मनुष्य ने तैयार की कला है. भीमराव पांचाले सामाजिक परिवर्तन के महत्वपूर्ण योध्दा है, ऐसा प्रतिपादन प्रसिध्द नाटककार प्रेमानंद गजवी ने व्यक्त किया.
गजल नवाज पंडित भीराव पांचाले की गजल गायिकी को 50 वर्ष पूरे हुए है और उनका 72 वां जन्मदिन होने के अवसर पर उनका सपत्नीक भव्य नागरिक सत्कार सांस्कृतिक भवन में किया गया. सत्कार समारोह में बतौर अध्यक्ष के रुप में मुंबई के सुप्रसिध्द नाटककार प्रेमानंद गजवी, प्रमुख अतिथि नागपुर के वरिष्ठ पत्रकार बाल कुलकर्णी, वर्धा के उपजिलाधिकारी नरेंद्र फुललेले, सत्कारमूर्ति गजल नवाज भीमराव पांचाले, गीता पांचाले, डॉ. भाग्यश्री पांचाले, रमाकांत गायकवाड मंच पर उपस्थित थे. पांचाले दम्पति को नागरिक सत्कार समिति की ओर से 4 फीट उंचे ताम्रपत्र पर लिखित सम्मानपत्र प्रदान किया गया. सम्मानपत्र का शब्दांकन डॉ. संजय घरडे ने किया. वाचन प्रा. डॉ. कमलाकर पायस ने किया. साथ ही शाल, श्रीफल, पुष्पगुच्छ, भारतीय संविधान, बुध्द और उनके धम्म समेत विभिन्न पुस्तक, भेंट वस्तु देकर सत्कार किया गया. प्रास्ताविक सहायक आयुक्त श्यामकांत मस्के ने किया. संचालन अनिरुध्द पाटील और आभार उपविभागीय अधिकारी शैलेश हिंगोले ने माना. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उपविभागीय अधिकारी डॉ. नितीन व्यवहारे, तहसीलदार अनिल भटकर, प्रा. डॉ. कमलाकर, संजय घरडे, पायस, प्रा. संजय शेंडे, पल्लवी थुल, तेजराव पाचरणे, चंद्रशेखर खंडारे, कैलाश घोडके, संतोष काकडे, वैशाली पाथरे, बालकृष्ण खोब्रागडे, त्रीशरण मोहोल, यशपाल वरठे, अमर घटारे, राजरत्न मोटघरे, स्वप्नील सावले, जयंत सोनवणे, प्रवीण शेगोकार, नयन मोंडे आदि समिति के सदस्यों ने योगदान दिया.

 

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