अमरावती

भोकरबर्डी-कुसुमकोट मार्ग निर्माण में धांधली

बगैर खुदाई के बना रहे पक्की डांबर सड़क

परतवाड़ा/मेलघाट/दी ८-लोक निर्माण विभाग और उसके ठेकेदार आदिवासी अंचल में जो भी करे वो कम हो होंगा.चिखलदरा और धारणी तहसील में पीडब्ल्यूडी और जिला परिषद के माध्यम से किये जाते सड़क निर्माण कार्य चार से छह माह में ही दम तोड़ देते है.अधिकारियों द्वारा कभी ईमानदारी से इन सड़कों की गुणवत्ता को नियंत्रित करने का काम नही किया जाता है.साल दर साल सड़के बनती,उखड़ती और फिर गायब भी हो जाती है.
धारणी तहसील मुख्यालय को मध्यप्रदेश के बुरहानपुर से जोड़ती सड़क पर कुसुमकोट से भोकरबर्डी तक  मार्ग काफी खस्ताहाल हो चुका था.सड़क पर गढ्ढे है अथवा गढ्ढो में सड़क यह भी चर्चा का विषय बन चुका था.आये दिन इस मार्ग पर हादसे होने लगे थे.नागरिको द्वारा सभी जनप्रतिनोधियो का ध्यान आकर्षित किये जाने के बाद पूर्व में सिर्फ गढ्ढे बुझाकर जस तस काम निपटा दिया गया था.अभी कुछ दिन पूर्व इस दस किलोमीटर सड़क के नुतनीकरण का काम शुरू किया गया है.रास्ते का पूरी तरह से कायापलट किया जा रहा यह सोचकर ग्रामीणों में खुशी थी,लेकिन यह खुशी ज्यादा दिन टिक नहीं पाई. नियमो को ताक ओर रखकर जब काम शुरू किया गया तब स्थानीय नागरिको में निराशा फैल गई.कुसुमकोट से भोकरबर्डी की दूरी दस किलोमीटर की है.सड़क पूरी तरह से उखड़ चुकी है.दुपहिया से भी इस मार्ग पर चलना मुश्किल हो चुका.जब सड़क नुतनीकरण शुरू किया गया तब नियमानुसार पहले पूरी सड़क की खुदाई की जानी चाहिए थी.बाद में उस पर योग्य आकार की गिट्टी बिछा कर पश्चात उसका डांबरीकरण किया जाना चाहिए था.किंतु ऐसा कुछ भी नही करते हुए संबंधित ठेकेदार ने सीधे डांबर बिछाने  का काम शुरू कर दिया है.मार्ग की योग्य खुदाई न होने से अब उक्त डांबर कितने दिनों तक टिक पाएंगी,इसबारे में कुछ भी नही कहा जा सकता है.भोकरबर्डी में काम का श्रीगणेश हुआ और बगैर खुदाई के सीधे डांबर ही बिछाया गया है.इस कारण नागरिको में असंतोष फैला हुआ है.भोकरबर्डी के अलावा धुलघाट,गंभेरी, नारवाटी,कलमखार आदि गाँवो के लोगो को इस सड़क से रोजाना आनाजाना करना पड़ता है.कुसुमकोट तक आते आते ही नागरिको के बुरे हाल हो जाते है.खस्ताहाल सड़क होने से गाड़ी अथवा दुपहिया चलाना भी किसी कसरत से कम नही होता है.
स्थानीय नागरिक बताते है  कि दीपावली के समय सांसद नवनीत राणा ने धारणी का दौरा कर किराणा किट का वितरण किया था.तब धुलघाट के नागरिको ने कुसमकोट से भोकरबर्डी सड़क नये सिरे से बनाने की मांग की थी.सांसद राणा ने खुदाई करके पूरी दस किमी सड़क बनाने की बात लोगो से कही थी.अब सड़क का डांबरीकरण तो किया जा रहा है,किंतु खुदाई बिल्कुल भी नही की जा रहीं है.

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