सुबह 9 बजे का मुहूर्त, भव्य-दिव्य निर्माण का आरंभ
अमरावती/दि.29- गत 3 वर्षो से अंबादेवी के मंदिर जीर्णोद्धार की बाधाएं दूर करने प्रयासरत समस्त विश्वस्त मंडल के लिए कल 30 मार्च की रामनवमी विशेष रहने वाली है. इस दिन का शुभ मुहूर्त साध्य कर मंदिर जीर्णोद्धार का भूमिपूजन होने जा रहा है. संस्थान की अध्यक्षा श्रीमती विद्याताई विजयराव देशपांडे की अध्यक्षता में एवं मनपा प्रशासक तथा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर के हस्ते कल सुबह ठीक 9 बजे मंदिर प्रागंण में यह शिलान्यास होने जा रहा है. जिससे विश्वस्त मंडल के सभी सदस्यों के साथ-साथ देवी के परम एवं कुलीन भक्तों में उत्साह का संचार हुआ है.
* सभी का सहयोग
अंबादेवी संस्थान के सचिव एड. दीपक श्रीमाली और रविंद्र करवे, विश्वस्त विलास मराठे, अशेाक खण्डेलवाल, प्रबंधक सूर्यकांत कोल्हे ने आज दोपहर अमरावती मंडल को बताया कि, शासन-प्रशासन, अमरावती के विभागीय आयुक्त, पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी, मनपा आयुक्त सभी का सहयोग प्राप्त होने से ही मंदिर नवनिर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है. इसीलिए रामनवमी का मुहूर्त साध्य किया जा रहा है. मंदिर सभी के सहकार्य से बडा ही भव्य-दिव्य होने की उम्मीद भी सभी ने व्यक्त की है.
* विश्वविख्यात हैं आर्किटेक्ट
मंदिर का विस्तार और नवनिर्माण का डिजाइन विश्वविख्यात आर्किटेक्ट सोमपुरा ने तैयार किया है. सोमपुरा पूरे विश्व में अक्षरधाम मंदिर के अद्भूत शिल्पकार हैं. संपूर्ण मार्बल का मंदिर रहेगा, जबकि लाल पत्थर का उपयोग कर उसका पौराणिक स्वरुप भी कायम रहेगा. गत अनेक वर्षो से शासन-प्रशासन की विविध विभागों से स्वीकृति हेतु विश्वस्त मंडल प्रयत्नशील था. हाल ही में सभी प्रकार की अनुमति प्राप्त हुई है. 7 से 10 हजार वर्गफीट का नवनिर्माण होने जा रहा है.
* दर्शन यथावत रहेंगे
विश्वस्त मंडल ने बताया कि, नवनिर्माण दौरान दर्शन बंद नहीं रखने का संपूर्ण प्रयास होगा. विदर्भ की कुलस्वामिनी रहने से दर्शन बंद नहीं रखे जाएंगे. इस मंदिर को भगवान श्रीकृष्ण के चरण लगने की मान्यता है. विश्वस्त मंडल के अनुसार अब सभी बाधाएं दूर हो गई है. जिससे भव्य निर्माण होगा. इससे अमरावती की अवश्य ही श्रीवृद्धि होगी. पहले ही अमरावती विदर्भ की कुलस्वामिनी मां अंबा माता के कारण विख्यात है.
* 20 से 25 करोड की लागत
मंदिर के शिल्पकार सोमपुराजी हैं. उन्होंने भव्य मॉडल बनाया है. जिससे प्रत्यक्ष वास्तु अति भव्य-दिव्य रहेगी. देश में प्रसिद्ध श्रीक्षेत्र की टक्कर का यह मंदिर रहनेवाला है. इसकी लागत 20 से 25 करोड अपेक्षित है. संस्थान को आशा है कि भाविक नवनिर्माण में खुल हस्त से योगदान करेंगे. कल रामनवमी के अवसर पर होने जा रहे भूमिपूजन में सभी भाविकों से अवश्यक उपस्थित रहने का अनुरोध श्री अंबादेवी संस्थान ने किया है.