अनंत गणेश मंडल में विराजेगे भंडारा के ‘भृशुंड गणेश’
मंडल में गणेशोत्सव की तैयारियां जोरो-शोरो पर
अमरावती – दि.20 अनंत सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल बुधवारा द्बारा विगत 5 वर्षों से गणेशोत्सव दौरान विदर्भ के अष्टविनायक की झांकियां साकार की जा रही है. इस साल अनंत सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल में विदर्भ के अष्टविनायक के रुप में विख्यात भंडारा जिले के मेंढा तिर्थस्थल स्थित ‘भृशुंड गणेश’ की प्रतिमा साकार की जाएगी. अनंत सार्वजनिक गणेश मंडल द्बारा साल 2017 में कलंब के चिंतामल, साल 2018 में नागपुर के टेकडी गणेश, साल 2019 में आदासा के शनी विघ्नेश, साल 2020 में तेलझर के सिद्धिविनायक तथा साल 2021 में पवनी के पंचमुखी (सर्वतोभद्र) श्रीगणेश की प्रतिमा साकार की गई थी.
इस साल गणेशोत्सव पर पंडाल में विदर्भ के अष्टगणेश में से एक भंडारा के भृशुंड गणेश मंदिर की प्रतिमा साकार की जा रही है. यह मंदिर मेंढा तिर्थस्थल की पुरानी बस्ती में स्थित है. इस मंदिर का निर्माण हेमाडपंथ पद्धति से पत्थरों से किया गया है. साथ ही बैठक के लिए ओटा भी बनाया गया है. इस मंदिर का गणेश पुरान में ‘भृमध्यात शुण्ड: इति भृशुंड:’ यह नामांकन करने से इस स्वरुप समाधि में दिखाई देने वाली भगवान श्री गणेश की प्रतिमा रक्ताश्म पत्थरों से बनाई गई है. मंदिर के गर्भ स्थित 8 फीट उची, 4 फीट चौडी इस मूर्ति को सिंदूर चढाया जाता है. इसके अलावा 4 भुजा वाली यह प्रतिमा मुषकराज पर विराजमान है. दाये पैर को मोडकर बाप्पा आसीन है. हाथों में पाश, अंकुश, मोदक, वरदहस्त है, सिर पर शेष नाग का फन है.
शेष नाग के फन के नीचे जटाजूट भाल प्रदेश, नासिका, उन्मनी अवस्था में आंखे, मूछ, दाढी और भव्य चेहरा बना हुआ है. नाक से निकली सूंड मोदक की ओर मूडी हुई है. घूटने तक महावस्त्र का पल्लु व मेखला दिखाई देता है. उसके अलावा मूशक के पैर, मूंंह और कान भी नजर आते है. गणेश पुराण, मुन्दल पुराण की कथाओं के चित्र, मूर्तियां, शिल्प यहां देखने को मिलते है. वर्तमान में यह मंदिर दक्षिण दिशा से बहने वाली वैनगंगा नदी के किनारे बरगद के पेड के नीचे महर्षी भृशुंड का आश्रम स्थान एवं तपभमि होने का तथ्य पूर्ण तर्क बताया गया है.
गणेशोत्सव के दौरान शहरवासियों को ऐसे भगवान गणेश के अनोखे रुप को देखने का मौका मिलेगा. अनंत सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल बुधवारा का यह 62वां वर्ष है. गणेशोत्सव के निमित्त मंडल ने उत्सव समिति का भी गठन किया है. जिसमें अध्यक्ष के रुप में सुनिल जोशी, कार्याध्यक्ष के रुप में एड. आशिष लांडे तथा उपाध्यक्ष पद पर अजित भिडे, सचिव पद पर अजय श्रीवास्तव, सहसचिव पद पर अभिजीत महाजन, स्वागत अध्यक्ष पद पर अमित शेटे तथा कोषाध्यक्ष पद पर अमित शेटे की नियुक्ति की गई है तथा सदस्य के तौर पर पलाश फुके, आदित्य माथने का समावेश है.