प्रगति मैदान को लेकर भुयार की जनहित याचिका निरस्त
हाईकोर्ट ने मनपा के ताबे व काम को बताया वैध एवं नियमानुकूल
* मैदान पर चल रहे कामों के खिलाफ पार्षद बालू भुयार ने दायर की थी जनहित याचिका
अमरावती/दि.5 – स्थानीय राधा नगर परिसर स्थित प्रगति स्कूल के मैदान पर विधायक विकास निधि के तहत किये जा रहे विकास कामों व सौंदर्यीकरण के कार्यों के खिलाफ क्षेत्र के पूर्व पार्षद बालासाहब भुयार द्वारा दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ ने इस याचिका को निरस्त कर दिया. इस समय हाईकोर्ट का कहना रहा कि, प्रगति स्कूल के दौरान पर चल रहे सौदर्यीकरण व विकास कामों को लेकर याचिका में उठाये गये मुद्दे तथ्यहीन है. जिनका कोई औचित्य नहीं है. वहीं मनपा द्वारा प्रगति स्कूल के मैदान पर किये जा रहे काम पूरी तरह से नियमानुकूल एवं वैध है. ऐसे में प्रगति स्कूल के मैदान पर पूर्व पार्षद बालू भुयार द्वारा किया गया मैदान पूरी तरह से खारिज हो गया है और इस मामले में मनपा ने शानदार सफलता हासिल की है. जिसके लिए मनपा के पैनल पर रहने वाले एड. जेमिनी कासट ने हाईकोर्ट में प्रभावी युक्तिवाद किया.
बता दें कि, गाडगे नगर परिसर के पूर्व पार्षद बालासाहब उर्फ बालू भुयार द्वारा दायर जनहित याचिका करते हुए हाईकोर्ट को बताया गया था कि, राधा नगर परिसर स्थित प्रगति स्कूल के मैदान पर शालेय छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक व क्रीडा संबंधित गतिविधियां चलने के साथ ही वहां प्रतिवर्ष महापौर राज्यस्तरीय महिला व पुरुष कबड्डी स्पर्धा का भी आयोजन होता है. ऐसे में इस मैदान का क्रीडा संबंधित गतिविधियों हेतु आरक्षित व उपलब्ध रहना आवश्यक है. वहीं इस मैदान के थोडी ही दूर पर सभी सुविधाओं से सुसज्जित नाना-नानी पार्क मनपा द्वारा बनाया गया है. जहां पर जॉगिंग ट्रैक एवं ओपन जीम की सुविधा भी उपलब्ध है. उस पार्क में परिसरवासी रोजाना सुबह-शाम घुमने-फिरने व व्यायाम करने हेतु जाते है. परंतु मनपा प्रशासन एवं सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग द्वारा खेल संबंधित गतिविधियों के लिए उपलब्ध प्रगति स्कूल के मैदान पर भी विधायक निधि से प्लेविंग ब्लॉक बनाने व जॉगिंग ट्रैक बनाने का काम किया जा रहा है. लेकिन ऐसा करने की वजह से इस मैदान पर चलने वाली क्रीडा संबंधित गतिविधियां व कबड्डी स्पर्धा जैसे आयोजन प्रभावित होंगे. अत: इस काम पर तत्काल रोक लगाई जाये और इस मैदान को क्रीडा संबंधित गतिविधियों के लिए ही आरक्षित रखा जाये. जिसके बाद हुए युक्तिवाद के पश्चात हाईकोर्ट ने मनपा सहित सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के प्रमुख अधिकारियों को संयुक्त रुप से प्रगति स्कूल के मैदान का दौरा करने और वहां पर चल रहे कामकाज की समीक्षा करते हुए अपनी निरीक्षण रिपोर्ट हाईकोर्ट के सामने प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था और मनपा की ओर से मिली रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए हाईकोर्ट ने बालू भुयार द्वारा दायर याचिका को तथ्यहीन बताकर खारिज कर दिया. अदालत ने पाया कि, प्रगति स्कूल के मैदान पर मनपा द्वारा परिसरवासियों की सुविधा के लिहाज से पूरी तरह नियमानुकूल काम किया जा रहा है. जिसे रोके जाने का सवाल ही नहीं उठता.
* परिसरवासियों की सुविधा के लिए शुरु किया था काम, बेवजह डाला जा रहा था अडंगा
प्रगति स्कूल के मैदान पर सौंदर्यीकरण सहित विभिन्न विकास कामों के लिए अपनी विधायक निधि से मनपा को रकम उपलब्ध कराने वाली निधि स्थानीय विधायक सुलभा खोडके से इस संदर्भ में जानकारी व प्रतिक्रियां लेने हेतु संपर्क किये जाने पर विधायक सुलभा खोडके ने बताया कि, राधा नगर परिसरवासियों ने ही प्रगति स्कूल के मैदान पर जॉगिंग ट्रैक तैयार करने एवं उस मैदान का सौंदर्यीकरण करने की मांग उनके पास उठायी थी. जिसे ध्यान में रखते हुए ही उन्होंने उस मैदान का विकास करने हेतु अपनी विधायक विकास निधि के तहत विकास एवं सौंदर्यीकरण के कामों को मंजूरी दी तथा लोकनिर्माण विभाग व मनपा के जरिए लगभग 50 लाख रुपए की लागत से मैदान का सौंदर्यीकरण करना शुरु किया. परंतु खुद के द्वारा चलाये जाने वाले गाडगे बाबा क्रीडा मंडल के संचालक बालू भुयार ने अपने मंडल की ओर से साल में 3 दिन के लिए आयोजित क्रीडा स्पर्धा हेतु मैदान मिलने के लिए इस काम मेें अडंगा डालना शुरु किया था. जबकि उस मैदान और गाडगे बाबा मंडल व बालू भुयार का आपस में कोई संबंध नहीं है. विधायक खोडके के मुताबिक उसी मैदान के एक हिस्से में बालू भुयार के गाडगे बाबा क्रीडा मंडल द्वारा व्यायामशाला चलाई जाती है और मैदान के दूसरे हिस्से में कबड्डी का मैदान भी उपलब्ध है. जहां पर पूरे सालभर कबड्डी के खेल की प्रैक्टीस चलती रहती है. वहीं बालू भुयार अपने क्रीडा मंडल की ओर से साल में एक बार आयोजित होने वाले कबड्डी स्पर्धा के आयोजन हेतु पूरे मैदान को अपने कब्जे में रखने के साथ ही खाली भी रखना चाहते है, जबकि पूरे सालभर खाली पडे रहने वाले इस मैदान पर जगह-जगह झाड-झंखाड उग आते है और रोजाना शाम ढलते ही अंधेरा हो जाने के बाद इस मैदान पर असामाजिक तत्वों का जमघट भी लगना शुरु हो जाता है. जिससे परिसरवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पडता है. यहीं वजह थी कि, परिसरवासियों ने इस मैदान पर जॉगिंग ट्रैक बनाने और यहां पर सौंदर्यीकरण का कार्य करने की मांग उठाई थी. जिसे उन्होंने अपनी विधायक निधि से पूरा किया.