दर्यापुर में शिवसेना उबाठा के गजानन लवटे की बडी जीत
बगावती बुंदिले दूसरे नंबर पर
* मविआ की नाक रखी
* अभिजीत अडसूल प्रतिष्ठा की लडाई हारे
दर्यापुर/दि. 23- (दोपहर 4.30 बजे) – दर्यापुर विधानसभा क्षेत्र ने जिले में महाविकास आघाडी की लाज रखी. जब उसके उम्मीदवार शिवसेना उबाठा के गजानन लवटे ने यहां से भारी विजय प्राप्त की. लवटे ने अपने निकटतम प्रतिस्पर्धी युवा स्वाभिमान के रमेश बुंदिले को लगभग 15 हजार वोटो के अंतर से हराया. लवटे पहली बार विधानसभा में कदम रखने जा रहे हैं. उनकी विजय से दर्यापुर क्षेत्र शिवसेना का पुन: गढ सिद्ध हुआ है. जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंदराव अडसूल के पुत्र कैप्टन अभिजीत अडसूल यहां से दूसरी बार विधानसभा में पहुंचने की प्रतिष्ठापूर्ण जंग हार गए. इतना ही नहीं तो उनकी जमानत बच पाने में संशय है. तिहरा मुकाबले ने गजानन लवटे की विजय सुनिश्चित की. युवा स्वाभिमान से पूर्व विधायक रमेश बुंदिले की बगावत ने यहां अडसूल के मन्सूबों पर पानी फेर दिया.
लवटे की विजय से शिवसेना के कार्यकर्ताओं में जल्लोष शुरु हो गया. दर्यापुर और अंजनगांव में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने गुलाल उडाकर, ताशे बजाकर जल्लोष दोपहर को प्रारंभ कर दिया था. शिवसैनिकों ने अपार उत्साह दिखाते हुए लवटे को कंधे पर उठाकर झूमकर आनंद व्यक्त किया और जमकर गुलाल भी उडाया.
* तीन बार से दावा
गजानन लवटे मूल रुप से न केवल शिवसैनिक है बल्कि गत तीन चुनाव से उनका पार्टी की उम्मीदवारी को लेकर दावा रहा. पहली बार अभिजीत अडसूल को शिवसेना ने टिकट दे दी. तब भी लवटे ने निष्ठावान शिवसैनिक के रुप में जमकर पसीना बहाया और अडसूल की विजय में उनका योगदान रहा. जिससे लवटे का विधानसभा में पार्टी उम्मीदवारी को लेकर दावा कायम रहा. पिछली बार भी वे टिकट पाने से चूक गए. किंतु उन्होंने पार्टी प्रत्याशी के लिए भरपूर मेहनत की. निष्ठावान शिवसैनिक को इस बार उबाठा सेना ने अपनी परंपरागत दर्यापुर सीट से उम्मीदवारी दी तो लवटे और उनके समर्थकों ने रात-दिन मेहनत कर उन्हें विजयी कर दिया. पहली बार विधानसभा पहुंचे लवटे की विजय से जिले में महाविकास आघाडी की नाक रह गई.
* जनता के बने उम्मीदवार
गजानन लवटे सामान्य कार्यकर्ता के रुप में उनकी छबी रहने से तमाम दावेदारों को पछाडकर जैसे ही लवटे की मशाल की उम्मीदवारी घोषित हुई ुलवटे के साथ-साथ आम लोगों में भी खुशी दिखाई दी. गजानन लवटे पक्के शिवसैनिक तो है किंतु चुनावी रणनीति और मैनेजमेंट में महारथ नहीं रहने पर भी उनकी विजय हुई. जिससे साबित हुआ कि, जनता ने गजानन लवटे को मानो सिर-आंखों पर बिठा लिया था.
* त्रिकोणीय मुकाबला, जीत सहज
लवटे का धनुष्यबाण लेकर मैदान में उतरे अभिजीत अडसूल और पाना निशानी के साथ उतरे पूर्व विधायक रमेश बुंदिले से मुकाबला तिहरा रहा. किंतु दर्यापुर और अंजनगांव दोनों ही भागों से लवटे के प्रति जनता में रुझान व लगाव नजर आ रहा था. त्रिकोणीय संघर्ष ने लवटे की विजय साबित कर दी. यहां उल्लेखनीय है कि, दर्यापुर में शिवसेना मजबूत रही. फूट के बावजूद वहां शिवसैनिक एकजुट रहे. इसका भी गजानन लवटे की शानदार विजय में योगदान रहा. उल्लेखनीय है कि, दर्यापुर में पिछले तीन चुनाव में हर बार नया प्रत्याशी जीता है और विधानसभा पहुंचा है.
दर्यापुर 21 वां राऊंड
गजानन लवटे – 75910
रमेश बुंदिले – 61342
अभिजीत अडसूल – 20031
अंकुश वाकपांजर – 16223