अमरावती

कृषि पंप बिजली बिल के 50% बकाया भरने पर मिलेगी बिल माफी

बकायादार किसानों के लिए ऊर्जामंत्री की घोषणा!

  • राज्य के 44.50 लाख किसानों को मिलेगा लाभ

अमरावती/मुंबई/दि.14 – राज्य शासन के कृषि पंप बिजली कनेक्शन नियोजन 2020 से वर्षों से बकाया कृषि पंप का बिजली बिल चुकता करने का अवसर किसानों को मिला है. बकाया की योजना के अनुसार महावितरण द्वारा निर्लेखन व विलंब एवं ब्याज में सहूलियत के 15 हजार 96 करोड़ 66 लाख रुपए माफ किए गए हैं. अब चालू बिजली बिल एवं आगामी मार्च 2022 तक सुधारित बकाया में से 50 प्रतिशत रकम भ़रने पर राज्य के 44 लाख 50 हजार किसानों के करीबन 15 हजार 353 करोड़ 88 लाख रुपए और माफ किए जाएंगे. साथ ही बकाया बिल भी चुकता होंगे.
राज्य के ऊर्जामंत्री डॉ. नितीन राऊत की संकल्पना से तैयार किए गए कृषि पंप बिजली कनेक्शन नियोजन से कृषि पंप बिजली बिल की बकाया मुक्ति के लिए करीबन 66 प्रतिशत छूट दी जा रही है. राज्य के 44 लाख 50 हजार 828 किसानों पर सितंबर 2020 तक 45 हजार 804 करोड़ रुपए बकाया थे. इसमें महावितरण ने निर्लेखित किए 10 हजार 420 करोड़ 65 लाख और विलंक शुल्क एवं ब्याज से 4 हजार 676 करोड़ 1 लाख रुपए की छूट ऐसे कुल 15 हजार 96 करोड़ 66 लाख रुपए माफ किए गए हैं. साथ ही बिजली बिल की दुरुस्ती से 266 करोड़ 67 लाख रुपए समायोजित किए गए हैं. इस कारण किसानों पर अब 30 हजार 441 करोड़ 75 लाख रुपए सुधारित बकाया है. बकायादार किसानों ने चालू बिजली बिल व आगामी मार्च 2022 तक बकाया की 50 प्रतिशत रकम भरने पर शेष 50 प्रतिशत यानि 15 हजार 353 करोड़ 88 लाख रुपए माफ होंगे. इस अवसर का लाभ लेने पर राज्य के किसानों के बिजली बिल के बकाया मुक्ति के लिए कुल 30 हजार 450 करोड़ 56 लाख रुपए माफ किए जाएंगे.
औरंगाबाद प्रादेशिक विभाग में 11 लाख 21 हजार 366 किसानों के मुख्य बकाया में से निर्लेखन, ब्याज व जुर्माना माफ तथा बिल दुरुस्ती समायोजन द्वारा 5691 करोड़ 74 लाख रुपए माफ किए गए हैं. अब चालू बिजली बिल एवं सुधारित बकाया के 8645 करोड़ 51 लाख में से 50 प्रतिशत रकम आगामी मार्च 2022 तक भरे जाने पर बकाया के शेष 50 प्रतिशत यानि 4322 करोड़ 76 लाख रुपए भी माफ होंगे. पुणे प्रादेशिक विभाग में 12 लाख 50 हजार 690 किसानों के 2840 करोड़ 11 लाख रुपए माफ किए गए. वहीं 8001 करोड़ 85 लाख का सुधारित बकाया में से 50 प्रतिशत रकम व चालू बिजली बिल भरने पर बकाया के शेष 4000 करोड़ 93 लाख रपए माफ होंगे. नागपुर प्रादेशिक विभाग में 9 लाख 2 हजार 282 किसानों के 2504 करोड़ 73 लाख रुपए माफ किए गए है. वहीं 4593 करोड़ 59 लाख के सुधारित बकाया में से 50 प्रतिशत रकम व चालू बिजली बिल भरने पर बकाया के शेष 2296 करोड़ 80 लाख रुपए माफ होंगे. वहीं कोकण प्रादेशिक विभाग में 11 लाख 76 हजार 490 किसानों के 4326 करोड़ 74 लाख रुपए माफ किए गए है. वहीं 9200 करोड़ 80 लाख के सुधारित बकाया में से 50 प्रतिशत रकम व चालू बिजली बिल भरने पर बकाया के शेष 4600 करोड़ 4 लाख रुपए माफ होंगे.

बकाया मुक्ति योजना में 16 लाख 42 हजार किसान सहभागी

अब तक राज्य के 16 लाख 42 हजार 970 किसानों ने बिजली बिल बकाया मुक्ति की योजना में सहभाग लिया है. उन्होंने 945 करोड़ 09 लाख का चालू बिल व सुधारित बकाया के 769 करोड़ 56 लाख रुपए भरे हैं. योजना के अनुसार इन सभी किसानों का ब्याज व जुर्माना माफ, निर्लेखन की छूट व बिजली बिल दुरुस्ती समायोजन एवं 50 प्रतिशत बकाया माफ ऐसे कुल 4992 करोड़ 19 लाख रुपए माफ किए गए हैं. पुणे प्रादेशिक विभाग में सर्वाधिक 5 लाख 90 हजार 705, कोकण प्रादेशिक विभाग- 4 लाख 80 हजार 187, औरंगाबाद प्रादेशिक विभाग-3 लाख 961 एवं नागपुर प्रादेशिक विभाग में 2 लाख 31 हजार 117 किसान बकाया मुक्ति योजना में सहभागी हुए हैं.

3 लाख 50 हजार किसानों ने बिजली बिल भरे

योजना का लाभ लेते हुए राज्य के 3 लाख 50 हजार 338 किसानों ने बिजली बिल भरे हैं. इन किसानों पर 1020 करोड़ 65 लाख का सुधारित बकाया था. उन्हें चालू बिजली बिल के 184 करोड़ 92 लाख रुपए व 50 प्रतिशत बकाया यानि 510 करोड़ 42 लाख रुपए भरे है व बिजली बिल नील किया. इन किसानों के बकाया के शेष 50 प्रतिशत यानि 510 करोड़ 43 लाख रुपए माफ किए हैं.इस योजना से पुणे प्रादेशिक विभाग के 1 लाख 84 हजार 531, कोकण विभाग के 98 हजार 456, नागपुर प्रादेशिक विभाग के 52 हजार 513 और औरंगाबाद प्रादेशिक विभाग के 14 हजार 837 किसान बिजली बिल से पूरी तरह बकाया मुक्त हुए हैं.
बिजली ग्राहकों पर बड़े पैमाने पर बिल बकाया होने से महावितरण अत्यंत कठिन आर्थिक संकट में है. इसलिए किसानों को कृषि पंप का चालू बिजली बिल भरना आवश्यक किया गया है. योजना में सहभागी नहीं व चालू बिजली बिल भी नहीं भरा हो ऐसे किसानों के कृषि पंपों की बिजली आपूर्ति खंडित करने की कार्रवाई की जा रही है. जिसके चलते किसानों से बिजली बिल बकाया मुक्ति योजना में सहभागी होने व साथ में चालू बिजली बिल भरने का आवाहन किया गया है.

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